सावन सोमवार 2025: काशी में भक्तों पर बरसे फूल, बाबा महाकाल ने धारण किया शेषनाग का रजत मुकुट

Sawan Somwar 2025: सावन का दूसरा सोमवार (21 जुलाई 2025) को है। देशभर के शिवमंदिरों में आस्था का जनसैलाब है। किस मंदिर में कितनी भीड़ और क्या है माहौल? पल-पल का अपडेट्स जानने के लिए हमारे लाइव ब्लॉग पर विजिट करें।

Updated On 2025-07-28 09:33:00 IST

 Sawan Somwar 21 July 2025 Live Update

Sawan Somwar 2025: सावन का दूसरा सोमवार (21 जुलाई 2025) को है। मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान सहित देशभर के मंदिरों में आस्था का जनसैलाब है। श्रद्धा-भक्ति के साथ श्रद्धालु भगवान शिव के दर्शन को उमड़े हैं। मंदिरों में 'हर हर महादेव' और बम-बम भोले के जयकारे गूंज रहे हैं। भक्त भोलेबाबा का जलाभिषेक कर रहे हैं। देश के किस मंदिर में कितनी भीड़ है? सावन सोमवार पर पूजा कैसे करें? महत्व क्या हैं? आइए हम आपको सबकुछ विस्तार से बताते हैं।

जानिए पूजा का शुभ मुहूर्त
मान्यता है सावन सोमवार पर सुबह ब्रह्म मुहूर्त से लेकर शाम के प्रदोष काल तक भगवान शिव की आराधना करने से विशेष पुण्य और मनोकामनाओं की पूर्ति होती है। भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के लिए कई मुहूर्त हैं। दोपहर 12:00 से 12:50 बजे तक अभिजीत मुहूर्त है। शाम 7:15 से रात 8:45 बजे तक प्रदोष काल मुहूर्त है है। धनिष्ठा और शतभिषा नक्षत्र बन रहा है। इस दौरान आयुष्मान और सौभाग्य योग रहेगा।

पूजा विधि
सावन सोमवार पर शिव जी की पूजा कैसे करें। आइए हम आपको बताते हैं। सबसे पहले स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें। इसके बाद भगवान शिव, माता पार्वती और श्री गणेश जी का ध्यान कर पूजन का संकल्प लें। पूजा के दौरान शिवलिंग पर बेलपत्र, शमीपत्र, फूल, धूप, गंध, और पवित्र जल चढ़ाएं। शिव मंत्रों का उच्चारण करते हुए शिवलिंग का जलाभिषेक करें और देसी घी का दीपक जलाकर आरती करें। व्रत के दौरान शिव चालीसा का पाठ करना अत्यंत कल्याणकारी माना जाता है। इस दिन पूरी श्रद्धा और भक्ति से शिव आराधना करने से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है।

Live Updates
2025-07-21 14:07 IST

भजनलाल शर्मा ने राज राजेश्वरी मंदिर में की पूजा-अर्चना 
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने श्रावण के दूसरे सोमवार और एकादशी के अवसर पर मुख्यमंत्री निवास स्थित राज राजेश्वरी मंदिर में पूजा-अर्चना की।


2025-07-21 07:44 IST

बाबा महाकाल की भस्म आरती 
उज्जैन में बाबा महाकाल का अभिषेक करने के बाद दूध, दही, घी, शक्कर, शहद और फलों के रस से बने पंचामृत से पूजन किया गया। भगवान महाकाल का रजत चंद्र, त्रिशूल, मुकुट, आभूषण, भांग, चंदन और ड्रायफ्रूट से श्रृंगार कर भस्म अर्पित की गई। भस्म आरती के दौरान चलायमान दर्शन व्यवस्था में बिना अनुमति वाले भक्तों ने भी चलित दर्शन किए। इस दौरान पूरा मंदिर परिसर महाकाल के जयकारों से गूंज उठा।


2025-07-21 07:41 IST

 काशी विश्वनाथ मंदिर के बाहर लंबी कतारें लग गईं।


2025-07-21 07:40 IST

उत्तराखंड
उत्तराखंड के हरिद्वार से गंगाजल लाने वाले कांवड़ियों की संख्या 3 करोड़ पार हो गई है। शहर की सड़कों से लेकर हर की पौड़ी तक पूरा इलाका श्रद्धालुओं और वाहनों से भरा रहा। यहां हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, दिल्ली और उत्तर प्रदेश समेत दूसरे राज्यों से कांवड़िए आ रहे हैं।

2025-07-21 07:39 IST

काशी में भक्तों पर बरसे फूल
यूपी के काशी में विश्वनाथ धाम के कपाट भी रात 3 बजे खुल गए। मंदिर के बाहर भक्तों की लंबी कतारें लगी हैं। मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं पर फूल बरसाए। 


2025-07-21 07:38 IST

मुरादाबाद: पवित्र श्रावण माह के दूसरे सोमवार के अवसर पर कामेश्वर महादेव मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ी।


2025-07-21 07:37 IST

गोरखपुर: पवित्र सावन माह के दूसरे दिन मुक्तेश्वर नाथ मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे।



2025-07-21 07:36 IST

पवित्र श्रावण मास के दूसरे सोमवार के अवसर पर अयोध्या के नागेश्वरनाथ मंदिर में श्रद्धालु बड़ी संख्या में पूजा-अर्चना और जलाभिषेक के लिए पहुंच रहे हैं।


2025-07-21 07:35 IST

बाबा महाकाल साक्षात यहां बैठे हुए हैं 
मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने श्रावण मास के दूसरे सोमवार के दिन बाबा महाकाल मंदिर में पूजा-अर्चना करने पर कहा, "बहुत आनंद की बात है और यहां आने के बाद परमानंद प्राप्त होता है, जिसकी शब्दों में व्याख्या नहीं की जा सकती। बाबा महाकाल साक्षात यहां बैठे हुए हैं... यह साक्षात भोलेनाथ का स्थल है... यहां सबका कल्याण होता है... मैं सभी व्यवस्थापकों को बधाई देता हूं।



2025-07-21 07:34 IST

महाकालेश्वर मंदिर के पट रात 2.30 बजे खुले
मध्य प्रदेश के उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर के पट रात 2.30 बजे खोले गए। भगवान महाकाल का रजत चंद्र, त्रिशूल, मुकुट, आभूषण, भांग, चंदन और ड्रायफ्रूट से श्रृंगार कर भस्म अर्पित की गई। शेषनाग का रजत मुकुट, रजत की मुंडमाला और रुद्राक्ष की माला के साथ-साथ सुगंधित फूलों की माला भगवान महाकाल ने धारण की। फल और मिष्ठान का भोग अर्पित किया गया। सीएम डॉ. मोहन यादव सोमवार को भगवान महाकाल की सवारी में शामिल होंगे। वे सुबह उज्जैन आएंगे। स्थानीय कार्यक्रमों में शामिल होने के बाद दोपहर में महाकाल मंदिर के सभा मंडपम में भगवान का पूजन-अर्चन करेंगे।

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