अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी बोले- भारत अब किसी बैकऑफिस की तरह नहीं, यह टेक्नोलॉजी और ट्रेड में आगे बढ़ रहा

USC-India Innovation Summit: भारत में अमेरिका के राजूद एरिक माइकल गार्सेटी ने मंगलवार को भारत की तारीफ की। उन्होंने कहा कि अब भारत पहले जैसा नहीं रहा। यह टेक्नोलॉजी, ट्रेड, फाइनेंस और हेल्थ के क्षेत्र में आगे बढ़ा है।

Updated On 2024-01-16 16:14:00 IST
भारत में अमेरिका के राजूद एरिक माइकल गार्सेटी ने कहा है कि भारत अमेरिका के लिए अब लीडर जैसा है।

USC-India Innovation Summit: भारत में अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी ने मंगलवार को कहा कि यह साल भारत और अमेरिका के ईतिहास में सर्वश्रेष्ठ साल रहा। दोनों देशों के रिश्ते नई ऊंचाइयों पर पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि भारत अब किसी बैक ऑफिस की तरह नहीं है। मैं कह सकता हूं कि दोनों देशों ने रिश्तों की एक नई नींव रखी है। अमेरिकी राजदूत ने कहा कि अब भारत कोई ऐसा देश नहीं है जो सिर्फ जेनेरिक दवाएं बनाने के लिए जाना जाता है। अब भारत एक ऐसा देश है जो हेल्थ, टेकोलॉजी और फाइनेंस के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। 

भारत-अमेरिका कर सकते हैं नैतिक नेतृत्व
एरिक ने कहा कि भारत और अमेरिका दुनिया को बता सकते हैं कि नैतिक नेतृत्व कैसे किया जाता है, जिसकी मौजूदा समय में सख्त जरूरत है। उन्होंने कहा कि दुनिया में कई जगहों पर तानाशाही है वहीं, कई जगहों पर लोकतंत्र है। अमेरिका और भारत दुनिया के दो महान लोकतंत्र हैं। दोनों यह बताने में सक्षम है कि नैतिककता का पालन करते हुए नेतृत्व कैसे किया जा सकता है। एरिक ने मुंबई में हो रहे यूनिवर्सिटी ऑफ सदर्न कैलिनफोर्निया -इंडिया इन्नोवेशन समिट (USC-India Innovation Summit) के दौरान यह बात कही। 

USC से साझेदारी बढ़ने पर होगा फायदा
एरिक ने कहा कि आज देखा जाए तो भारत अमेरिका के लिए एक लीडर की तरह है वहीं ऐसे अहम क्षेत्र भी हैं जहां अमेरिका नेतृत्वकर्ता की भूमिका में है।  एरिक ने कहा कि यूनिवर्सिटी ऑफ सदर्न कैलफोर्निया (University of Southern California)के साथ भारतीय विश्वविद्यालयों की साझेदारी बढ़ने से कई क्षेत्रों में फायदा होगा। इससे भारत और अमेरिका के टेक्नोलॉजी, व्यापार, निवेश और संस्कृति से जुड़े एजेंडों को और भी मजबूत बनाया जा सकेगा। दोनों देशों के लोगों के बीच के संबंध पहले से बेहतर होंगे।
हम भारत-प्रशांत क्षेत्र को समृद्ध बनाएंगे
एरिक ने कहा कि USC के साथ साझेदारी बढ़ने पर हम बीमारियों से बेहतर ढंग से लड़ सकेंगे। अच्छी सिनेमा बनाई जा सकेगी। दोनों यहां के छात्रों का आदान-प्रदान हो सकेगा। हम एक समृद्ध और सुरक्षित भारत-प्रशांत क्षेत्र तैयार कर सकेंगे। बता दें कि हाल ही में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी कहा कि अब भारत को देखने का अमेरिका का नजरिया बदला है। अमेरिका अब भारत के प्रति  बराबरी का नजरिया रखता है। विदेश मंत्री ने नागपुर टाउनहॉल मिटिंग में भारत-अमेरिका संबंधों पर चर्चा के दौरान यह बात कही थी

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