Rajya Sabha Cash Row: राज्यसभा में नोटों का बंडल मिलने की हाई लेवल जांच शुरू, खंगाली जा रही सीसीटीवी फुटेज

Rajya Sabha Cash Row: संसद के उच्च सदन में कैश बंडल कैसे पहुंचा? अब सदन के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। जांच पैनल में सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी, राज्यसभा सचिवालय और वरिष्ठ सांसद शामिल होंगे।

Updated On 2024-12-06 19:43:00 IST
Rajya Sabha Cash Row

Rajya Sabha Cash Row: कांग्रेस सांसद अभिषेक मनु सिंघवी की राज्यसभा सीट से 50 हजार रुपए कैश का बंडल मिलने के बाद हाईलेवल जांच के आदेश दिए गए हैं। मामले की जांच के लिए एक विशेष समिति भी गठित की गई है, जिसमें सुरक्षा एजेंसियों के अफसर, राज्यसभा सचिवालय के सदस्य और वरिष्ठ सांसद शामिल होंगे।

222 नंबर सीट कांग्रेस सांसद सिंघवी को आवंटित
राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को सदन में मौजूद सांसदों को बताया कि 500 रुपए के नोटों का एक बंडल, जिसकी कुल राशि 50,000 रुपए है, गुरुवार शाम को सदन स्थगित होने के बाद सीट संख्या 222 से मिला। यह सीट तेलंगाना से चुने गए कांग्रेस सांसद अभिषेक मनु सिंघवी को आवंटित है। सदन स्थगित होने के बाद की जाने वाली रेगुलर एंटी-सबोटाज जांच के दौरान, सुरक्षा अधिकारियों को कैश का बंडल मिला। हालांकि, सिंघवी ने सफाई में कहा कि उन्हें घटना की कोई जानकारी नहीं है और यह रकम भी उनकी नहीं है।

कैश बंडल कहां से आया, CCTV खंगाले जा रहे
अब उच्च सदन में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की मदद से यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि यह नकदी वहां कैसे पहुंची? 
घटना का खुलासा गुरुवार को एंटी-सबोटाज जांच के दौरान हुआ, जिसके बाद यह सूचना राज्यसभा सचिवालय को दी गई और नकदी को ‘लॉस्ट एंड फाउंड’ काउंटर पर जमा किया गया। बता दें कि सुरक्षा अधिकारी हर दिन सेशन खत्म होने के बाद एंटी-सबोटाज जांच करते हैं, जिसमें अक्सर सांसदों द्वारा छोड़ी गई वस्तुएं मिलती हैं। ये वस्तुएं फिर 'लॉस्ट एंड फाउंड' काउंटर पर जमा की जाती हैं।

मैं तो 500 रु. का एक नोट लेकर चलता हूं: सिंघवी
सभापति धनखड़ के बयान के बाद राज्यसभा में दोनों पक्षों में हंगामा हुआ। इसके बाद अभिषेक मनु सिंघवी ने बताया कि उन्होंने अपने दिन को किस तरह बिताया। उन्होंने कहा, "यह पहली बार सुना है। मुझे कभी ऐसी बात नहीं पता थी! मैं जब राज्यसभा जाता हूं, तो ₹500 का एक नोट लेकर जाता हूं। यह पहली बार है जब मैंने ऐसा सुना। मैं 12:57 बजे सदन में पहुंचा और सदन 1 बजे स्थगित हो गया, फिर मैं 1:30 तक कैंटीन में बैठा था, और फिर संसद छोड़ दिया।"

चाहे FBI बुलाएं या इंटरपोल, जांच कराएं: शिवसेना (UBT)
शिवसेना (यूबीटी) की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने भी जांच किए जाने का समर्थन किया और कहा- 'विपक्ष जांच की मांग कर रहा है। चाहे आप FBI को बुलाएं या इंटरपोल की मदद लें। पूरे परिसर में 24 घंटे सीसीटीवी कवरेज है- इन सभी पहलुओं की जांच की जानी चाहिए। आज कैश मिला है, कल विपक्ष की आवाजों को दबाने के लिए कुछ और किया जा सकता है।' 

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