Mathura Shri Krishna Janmbhoomi Dispute:औरंगजेब ने मंदिर तोड़कर बनवाई थी मस्जिद, 1929 में पब्लिश गजट के आधार पर ASI का दावा

Mathura Shri Krishna Janmbhoomi Dispute: मथुरा के श्रीकृष्ण मंदिर को लेकर ASI आगरा ने दावा किया है कि मौजूदा समय में जो शाही ईदगाह है उसे मंदिर तोड़कर उसकी जगह बनाया गया है। पुरातत्व विभाग ने ब्रिटिश हुकूमत के दौरान 1920 में पब्लिश गजट के आधार पर यह दावा किया गया है।

Updated On 2024-02-03 22:40:00 IST
एएसआई आगरा ने एक आरटीआई के जवाब में बताया है कि मथुरा में शाही ईदगाह वाली जगह पर पहले कृष्ण मंदिर था।

Mathura Shri Krishna Janmbhoomi Dispute: अयोध्या में राम मंदिर बनने और काशी के ज्ञानवापी में पूजा की इजाजत मिलने के बाद अब मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मभूमि को लेकर बड़ा दावा सामने आया है। आगरा के पुरात्व विभाग के मुताबिक, मुगल शासक औरंगजेब ने मथुरा में मंदिर तोड़कर उसके ऊपर शाही ईदगाह मस्जिद बनवाई थी। आगरा पुरातत्व विभाग (ASI) से आरटीआई (RTI) के तहत मथुरा के श्रीकृष्ण मंदिर के बारे जानकारी मांगी गई थी। इसके जवाब में एएसआई ने यह बताया है कि मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनाई गई थी। 

ब्रिटिश हुकूमत में पब्लिश गजट के आधार पर दावा
उत्तर प्रदेश के मैनपुरी के रहने वाले शख्स से श्रीकृष्ण जन्मभूमि से जुड़ी यह आरटीआई दाखिल की थी। एएसआई ने  ब्रिटिश शासन काल के दौरान 1920 में पब्लिश हुए गजट का उल्लेख करते हुए यह जवाब दिया है। इस गजट के मुताबिक मस्जिद की जगह पर पहले कटरा केशव मंदिर हुआ करता था। इस मंदिर को औरंगजेब के शासनकाल में गिरा दिया गया। इसके बाद यहां पर मस्जिद बनाई गई। 

गजट मेें 37वें नंबर पर श्रीकृष्ण जन्मभूमि का उल्लेख
मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष वकील महेंद्र प्रताप के मुताबिक ब्रिटिश हुकूमत के  बिल्डिंग एंड रोड सेक्शन के गजट में मौजूदा समय के शाही ईदगाह को श्रीकृष्ण भूमि बताया गया है। इलाहाबाद से पब्लिश हुए इस गजट में उत्तरप्रदेश के 39 स्मारकों की पूरी लिस्ट दी गई है। इस लिस्ट में 37वें नंबर पर कटरा केशव देव भूमि के नाम के आगे श्रीकृष्ण भूमि लिखा नजर आ रहा है।

कोर्ट में सबूत के तौर पर पेश की जाएगी गजट की कॉपी
अब गजट के इस कॉपी को कोर्ट में सबूत के तौर पर इस्तेमाल करने की योजना बनाई जा रही है। कृष्ण जन्मभूमि न्यास अब सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट में एसआई की ओर से दिए गए इस जवाब को पेश करेगा। इस अभिलेख को मामले की अगली सुनवाई में कोर्ट के सामने रखा जाएगा। बता दें कि मथुरा के श्रीकृष्णजन्मभूमि और शाही ईदगाह विवाद में आखिरी सुनवाई बीते साल 18 दिसंबर को हुई थी।कोर्ट की ओर से ईदगाह परिसर का कोर्ट कमिश्नर सर्वे को मंजूरी दे दी थी। 

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