इंडियन आर्मी का बड़ा बयान: J&K में हुए हालिया हमलों पर कहा- घाटी में खौफ फैलाना चाहते हैं पाकिस्तानी आतंकी

जम्मू-कश्मीर के बारामूला में आतंकी हमले के बाद इंडियन आर्मी का बड़ा बयान। कहा घाटी में खौफ कायम करना चाहते हैं पाकिस्तानी आतंकी।

Updated On 2024-10-26 08:35:00 IST
Indian Army on J&K Terror Attack

Indian Army on J&K Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के बारामूला में गुरुवार को आतंकियों ने एक कायराना हमले में भारतीय सेना के दो जवानों और दो नागरिकों की जान ले ली। यह हमला बारामूला के बुटापथरी इलाके में हुआ, जहां आतंकियों ने भारतीय सेना के वाहन को निशाना बनाया। सेना के अनुसार, यह हमला पाकिस्तान समर्थित आतंकियों की सोची-समझी साजिश का हिस्सा था। ये पाकिस्तानी आतंकी घाटी में खौफ कायम करना चाहते हैं। इस मकसद से ये आतंकी स्थानीय नागरिकों और प्रवासियों को निशाना बना रहे हैं। 

सेना ने बताया आतंकियों का असली मकसद
श्रीनगर स्थित चिनार कोर की ओर से शुक्रवार को जारी बयान में कहा गया कि आतंकियों का असली मकसद घाटी में आतंक का साम्राज्य कायम करना है। भारतीय जवानों ने पाकिस्तान समर्थित आतंकियों की कुटिल मंशा को नाकाम करने की कोशिश की और इसी दौरान अपने प्राणों की आहुति दी। सेना ने इस हमले में शहीद हुए राइफलमैन कैसर अहमद शाह और राइफलमैन जीवन सिंह को सलाम किया, जिन्होंने बहादुरी दिखाते हुए आतंकियों को भागने पर मजबूर कर दिया।

नागरिकों की सुरक्षा में जुटे सेना के जवान
आतंकी हमले के दौरान शहीद हुए सैनिकों के साहस ने आतंकियों को आगे बढ़ने से रोका और अन्य नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की। सेना के बयान में बताया गया कि ये बहादुर जवान घाटी में शांति बहाल रखने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दर्शाते हैं। भारतीय सेना का उद्देश्य न केवल कश्मीर के नागरिकों की रक्षा करना है, बल्कि पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद के खिलाफ एक मजबूत संदेश भी देना है।

आतंकी हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि
सेना ने इस हमले में जान गंवाने वाले कश्मीरी पोर्टरों, जहूर अहमद मीर और मुश्ताक अहमद चौधरी को भी श्रद्धांजलि दी। सेना के अनुसार, पाकिस्तानी आतंकी कश्मीरी लोगों में डर पैदा करने के इरादे से उन्हें निशाना बना रहे हैं। घाटी में शांति और स्थिरता की ओर बढ़ते कदमों को रोकने के लिए आतंकियों की एक ही नीति है- कश्मीर में आतंक का राज्य स्थापित करना।

घाटी में बढ़ती हिंसा को लेकर सरकार की चिंता
गुरुवार को पुलवामा के त्राल में भी एक मजदूर को गोली मारी गई थी, जो घाटी में बढ़ते आतंक के संकेत हैं। इसके साथ ही गंदरबल में एक निजी कंपनी के कर्मचारियों पर हमला हुआ, जिसमें कई मजदूरों की जान चली गई। नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने भी पाकिस्तान को इन हमलों के लिए जिम्मेदार ठहराया और आतंकवाद के इस चक्रव्यूह को तोड़ने की आवश्यकता पर जोर दिया।

कश्मीर की जनता को प्रेरणा देंगे शहीद जवान
भारतीय सेना का मानना है कि इस प्रकार के शहीदों का बलिदान कश्मीर की जनता को आतंक के खिलाफ खड़े होने की प्रेरणा देगा। सेना का कहना है कि कश्मीर में शांति और स्थिरता को भंग करने की कोशिशों के बावजूद वे अपने प्रयास जारी रखेंगे। इस कायरतापूर्ण हमले में शहीद हुए जवान और नागरिक घाटी के भविष्य के लिए प्रेरणा बने रहेंगे। 

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