Delhi Police: दिल्ली पुलिस ने ASI फर्जी भर्ती का किया पर्दाफाश, जयपुर से गिरफ्तार किए 2 ठग
दिल्ली पुलिस ने जयपुर से ऐसे दो ठगों को गिरफ्तार किया है, जो फर्जी सरकारी नौकरी दिलवाने के नाम पर लोगों से लाखों की ठगी करने की तैयारी कर रहे थे।
Delhi Police: दिल्ली पुलिस ने एक बड़ा फर्जी नौकरी घोटाला पकड़ा है, जिसमें ठगों ने आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ASI) के नाम पर झूठी भर्ती निकालकर सैंकड़ों बेरोजगार युवाओं को चूना लगाने की कोशिश की। जयपुर के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने उनके पास से मोबाइल, लैपटॉप, आईपैड जैसी चीजें बरामद की हैं। ये लोग इंटरव्यू के बहाने मोटी रिश्वत वसूलने की फिराक में थे, लेकिन दिल्ली पुलिस की IFSO यूनिट ने समय रहते उनके प्लान पर पानी फेर दिया।
दोनों आरोपी जयपुर से
मुख्य आरोपी कुलदीप जयपुर का रहने वाला है, जो बीकॉम करके अब एलएलबी कर रहा है। उसका साथी पीयूष भी जयपुर से ही है और कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया हुआ है। इन दोनों ने मिलकर ASI और संस्कृति मंत्रालय के नाम पर एक ऐसी फर्जी वेबसाइट बनवाई जो बिलकुल असली सरकारी साइट जैसी लगती थी। इसमें 7 क्यूरेटर और 84 जूनियर असिस्टेंट के पदों की झूठी वैकेंसी का ऐड डाला गया। ये विज्ञापन सोशल मीडिया, कॉलेज ग्रुप्स और मैसेजिंग ऐप्स पर पेड प्रमोशन से खूब फैलाए गए। कुछ स्टूडेंट्स को पैसे देकर इसे और वायरल करवाया ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग फंसें। नतीजा ये हुआ कि हजारों आवेदन आए और सैंकड़ों युवा इसे असली सरकारी भर्ती समझकर अप्लाई कर बैठे।
पास कराने में मांगने वाले थे लाखों की रिश्वत
ठगों का पूरा प्लान बहुत शातिराना था। उन्होंने 150 कैंडिडेट्स को शॉर्टलिस्ट किया और जयपुर में एक नामी एग्जाम सेंटर बुक करके प्रोफेशनल तरीके से लिखित परीक्षा भी करवा दी। करीब आधे कैंडिडेट्स को पास करके इंटरव्यू के लिए बुलाने वाले थे, और वहां जॉब पक्की करने के नाम पर लाखों रुपये की रिश्वत मांगते। लेकिन IFSO यूनिट को खबर मिलते ही उन्होंने छापा मारकर कुलदीप और पीयूष को पकड़ लिया।
डीसीपी विनीत कुमार ने बताया कि इंटरव्यू शुरू होने से पहले ही ये गिरोह पकड़ा गया, वरना कई लोग ठगी के शिकार हो जाते। पुलिस अब बाकी साथियों की तलाश कर रही है। ये मामला बताता है कि सरकारी नौकरी के लालच में कितने आसानी से लोग फंस जाते हैं, इसलिए हमेशा ऑफिशियल वेबसाइट से ही चेक करें।