पश्चिम बंगाम में टीएमसी नेता के घर छापा मारने पहुंची ED टीम पर 200 लोगों ने किया हमला, गाड़ियां तोड़ी, अफसरों को पीटा

ED Raid Attack West Bengal: पश्चिम बंगाल बीजेपी प्रमुख सुकांत मजूमदार का कहना है कि संदेशखाली में ईडी पर हमला यह दिखाता है कि रोहिंग्या राज्य में कानून-व्यवस्था के साथ क्या कर रहे हैं। 

Updated On 2024-01-05 13:19:00 IST
ED Raid Attack West Bengal

ED Raid Attack West Bengal: पश्चिम बंगाल में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम पर हमला हुआ है। मामला उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखली गांव का है। कथित राशन घोटाले में ईडी की टीम छापेमारी करने पहुंची थी। तभी ईडी की टीम को 200 की संख्या में गांव वालों ने घेर लिया और उन पर लाठी-डंडे और ईंट-पत्थरों से हमला कर दिया। भीड़ ने ईडी अधिकारियों के साथ केंद्रीय सुरक्षाबलों की गाड़ियों को क्षतिग्रस्त कर दिया। इस हमले में ईडी के कई अधिकारी घायल हुए हैं। उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। भाजपा ने राज्य की ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधते हुए इस हमले के पीछे रोहिंग्या का हाथ बताया है। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है। 

तृणमूल नेता शाहजहां शेख के यहां ईडी ने मारी थी रेड
ईडी की टीम शुक्रवार सुबह तृणमूल नेता शाहजहां शेख के आवास पर छापेमारी के लिए पहुंची थी। रिपोर्ट्स के अनुसार, 200 से अधिक स्थानीय लोगों ने ईडी टीम के साथ आए प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों और केंद्रीय सशस्त्र अर्धसैनिक बलों को घेर लिया। भीड़ ने सरकारी अधिकारियों के वाहनों में भी तोड़फोड़ की। फिलहाल घटना में किसी के घायल होने की खबर नहीं है। 

भाजपा ने रोहिंग्या को बताया हमले का जिम्मेदार
इस मामले में भाजपा प्रमुख सुकांत मजूमदार ने ममता सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि यह घटना दिखाती है कि रोहिंग्या राज्य में कानून व्यवस्था के साथ क्या कर रहे हैं। इन सभी के खिलाफ शिकायत और भ्रष्टाचार के आरोप हैं। यह स्वाभाविक है कि ईडी कार्रवाई करेगी। यह बिल्कुल स्पष्ट है। 

पीडीएस का 30 फीसदी बाजार में बेचा
कथित राशन वितरण घोटाले में पश्चिम बंगाल में प्रवर्तन निदेशालय टीम कई महीनों से छापेमारी कर रही है। ईडी ने खुलासा किया था कि पश्चिम बंगाल में लाभार्थियों के लिए सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) का लगभग 30 प्रतिशत राशन खुले बाजार में भेज दिया गया था। जांच एजेंसी ने कहा कि राशन की कथित चोरी से हुई कमाई मिल मालिकों और पीडीएस वितरकों के बीच बांटी गई। 

चावल मिल मालिकों ने कुछ सहकारी समितियों सहित कुछ लोगों की मिलीभगत से किसानों के फर्जी बैंक खाते खोले और एमएसपी का पैसा हड़प लिया। जांच में सामने आया था कि मिलर्स ने एक क्विंटल के पीछे 200 रुपए कमाए थे। 

मंत्री ज्योति मलिक हो चुके हैं गिरफ्तार
पिछले साल 14 अक्टूबर को जांच एजेंसी ने आटा और चावल मिलर बकीबुर रहमान को गिरफ्तार किया था, जिसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। 11, 26 अक्टूबर और 4 नवंबर को की गई कई तलाशी के दौरान आपत्तिजनक सामग्री और 1.42 करोड़ रुपये जब्त किए गए। शेल कंपनियों के बैंक खातों में जमा 16.87 करोड़ रुपये फ्रीज कर दिए गए। जांच एजेंसी ने घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पश्चिम बंगाल के मंत्री ज्योति प्रियो मलिक को गिरफ्तार किया था। ज्योति प्रियो मलिक 2011 से 2021 तक खाद्य आपूर्ति मंत्री रहे। इस अवधि के दौरान कथित तौर पर राशन वितरण में अनियमितताएं हुईं। एक स्थानीय अदालत ने मलिक को 6 नवंबर तक ईडी की हिरासत में भेज दिया है।

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