1993 Bomb Blast: संजय दत्त बोल देते तो बच जाती मुंबई?; उज्ज्वल निकम ने किया बड़ा खुलासा

Mumbai Bomb Blast: 12 मार्च 1993 को 'मुंबई में 13 बम धमाकों में 257 लोगों की मौत हुई। भयावह घटना के 32 साल बाद बड़ा खुलासा हुआ है। वरिष्ठ अधिवक्ता उज्ज्वल निकम ने 'मुंबई धमाके को लेकर संजय दत्त से जुड़े कई राज खोले हैं।

Updated On 2025-07-15 11:16:00 IST

Mumbai Bomb Blast

Mumbai Bomb Blast: 12 मार्च 1993 को 'मुंबई में 13 बम धमाकों में 257 लोगों की मौत हुई। भयावह घटना के 32 साल बाद बड़ा खुलासा हुआ है। वरिष्ठ अधिवक्ता उज्ज्वल निकम ने 'मुंबई धमाके को लेकर संजय दत्त से जुड़े कई राज खोले हैं। राज्यसभा सदस्य मनोनीत हुए उज्ज्वल ने 'एक टीवी चैनल' को दिए इंटरव्यू में कहा-1993 के मुंबई बम धमाके रोके जा सकते थे। अगर बॉलीवुड एक्टर संजय दत्त उस गाड़ी के बारे में पुलिस को बता देते जिसमें से उन्होंने AK-47 बंदूक उठाई थी। एडवोकेट निकम ने कहा-पुलिस को जानकारी न देना धमाकों का कारण बना। इतने सारे लोग मारे गए।

संजय ने AK-47 रख ली
एडवोकेट उज्ज्वल निकम ने बताया-बम धमाकों से कुछ समय पहले गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम का आदमी अबू सलेम हथियारों से भरी एक वैन लेकर अभिनेता संजय दत्त के घर आया था। वैन में हथगोले और AK-47 थी। संजय ने वैन से कुछ हथियार अपने पास रख लिए थे। बाद में उन्होंने अधिकतर हथियार लौटा दिए, लेकिन AK-47 अपने पास रख ली थी।

संजय को हथियारों का शौक
उज्ज्वल निकम ने फिर कहा-संजय दत्त ने कानून की नजर में अपराध किया है, लेकिन वे सीधे-सादे इंसान हैं। मैं उन्हें निर्दोष मानता हूं। उन्होंने बंदूक सिर्फ इसलिए रखी क्योंकि उन्हें हथियारों का शौक था। संजय के पास AK-47 थी लेकिन उन्होंने कभी भी वह बंदूक नहीं चलाई। 

कोर्ट ने दोषी करार दिया
उज्ज्वल ने आगे कहा-कोर्ट ने संजय को टेरेरिस्ट एंड डिस्रेप्टिव एक्टिविटीज एक्ट (TADA) के तहत आतंकवादी नहीं माना लेकिन प्रतिबंधित हथियार AK-47 रखने का दोषी करार दिया था। बाद में सुप्रीम कोर्ट ने उनकी छह साल की सजा को घटाकर पांच साल कर दिया था। निकम ने एक और बड़ा खुलासा करते हुए बताया-संजय दत्त को शस्त्र अधिनियम के तहत सजा सुनाई गई तो वे घबरा गए।

संजय दत्त ने खो दिया था आपा
उज्ज्वलने कहा-संजय दत्त ने आपा खो दिया था। फैसला बर्दाश्त नहीं कर पा रहे थे। कांप रहे थे। कटघरे में थे और मैं पास ही था। निकम ने बताया-मैंने कहा संजय ऐसा मत करो। मीडिया तुम्हें देख रहा है। अगर डरे हुए दिखोगे तो लोग तुम्हें दोषी मानेंगे। तुम्हारे पास अपील करने का मौका है। इस पर उन्होंने कहा- 'यस सर, यस सर'।

कौन हैं उज्ज्वल देवराव निकम? 
उज्ज्वल देवराव निकम मुंबई के प्रसिद्ध वकील हैं। 2024 के लोकसभा चुनाव में मुंबई उत्तर मध्य से बीजेपी ने प्रत्याशी बनाया, लेकिन कांग्रेस की वर्ष गायकवाड़ से हार गए। उज्ज्वल निकम ने 1993 के मुंबई ब्लास्ट, अजमल कसाब केस और कोल्हापुर गैंगरेप जैसे चर्चित मामलों की पैरवी कर पीड़ियों को न्याय दिलाया है। न्यायिक क्षेत्र में विशेष अनुभव को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 13 जुलाई को निगम को राज्यसभा के लिए नॉमिनेट किया था। 

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