Vaishno Devi Landslide: जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश से तबाही, भूस्खलन से 31 की मौत; वैष्णो देवी यात्रा स्थगित
जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से तबाही। वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर हादसा, 31 की मौत, 22 ट्रेनें रद्द। पढ़ें पूरी खबर।
जम्मू-कश्मीर में भारी भूस्खलन से तबाही, वैष्णो देवी यात्रा रोकी, 31 की मौत
Vaishno Devi Landslide 2025: जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन बड़ी तबाही हुई है। बुधवार, 28 अगस्त को कटरा स्थित वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर लैंडस्लाइड (भूस्खलन) से 31 लोगों की मौत हो गई है जबकि, 23 से ज्यादा लोग घायल हैं। उन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
वैष्णो देवी यात्रा रोक दी गई
रियासी SSP परमवीर सिंह ने समाचार एजेंसी ANI को बताया कि वैष्णो देवी मंदिर मार्ग स्थित अधक्वारी गुफा मंदिर में इंद्रप्रस्थ भोजनालय के पास भूस्खलन हुआ है। इसमें करीब 30 लोगों की मौत हुई है। वैष्णो देवी मंदिर मार्ग मलबे से अट गया है। प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए यात्रा रोक दी है। सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही हैं। अधिकारी भी नजर बनाए हुए हैं।
जम्मू कश्मीर में रेल सेवाएं प्रभावित
जम्मू कश्मीर में लगातार बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से रेल यातायात भी प्रभावित है। अधिकारियों ने बताया, चक्की नदी में मिट्टी कटाव और अचानक आई बाढ़ के बाद पठानकोट कैंट और कंड्रोरी के बीच डाउन लाइन पर यातायात बाधित होने के कारण 18 ट्रेनें रद्द की गईं हैं।
ट्रेनें रद्द होने से रास्ते में फंसे कई श्रद्धालु
बिहार के चंपारण से वैष्णो देवी में दर्शन करने आए श्रद्धालु दशरथ ने बताया कि ट्रेनें बंद हो गई हैं। हम लोग बिहार नहीं जा पा रहे हैं। हमारे लौटने के बाद वहां बहुत बड़ा हादसा हो गया है। बारिश के कारण हम लोग यहाँ फँसे हुए हैं। हमारे पास टिकट है, लेकिन ट्रेनें बंद हो गई। वहीं मोतिहारी की राजकुमारी देवी ने बताया कि वह परसों देवी दर्शन के लिए आईं थीं, दर्शन कर हम लोग घर जाना चाह रहे थे, लेकिन ट्रेनें रद्द हो गईं। बहुत बड़ा हादसा हुआ है, हम लोग डरे हुए हैं।
वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने दी जानकारी
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (SMVDSB) ने अपने X हैंडल पर पोस्ट कर बताया कि अधक्वारी में इंद्रप्रस्थ भोजनालय के पास भूस्खलन की घटना हुई है। इसमें कुछ लोगों के घायल होने की आशंका है। बचाव अभियान जारी है।
गृह मंत्री अमित शाह ने CM से की बात
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी घटना को बेहद दुखद बताया है। X पर लिखा-राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की टीमें घटनास्थल पर पहुँच गई है। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से जानकारी ली है। स्थानीय प्रशासन घायलों की मदद के लिए बचाव कार्य में जुटा है।
उपराज्यपाल कार्यालय ने क्या लिखा?
उपराज्यपाल कार्यालय ने X पर पोस्ट कर दुख जताया। लिखा-श्री माता वैष्णो देवी तीर्थस्थल पर श्रद्धालुओं की जान चली गई। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएँ। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। अधिकारियों को तत्काल मदद के लिए निर्देशित किया है।CM उमर अब्दुल्ला ने दुख जताया
सीएम उमर अब्दुल्ला ने भी दुख जताया है। X पर लिखा-जम्मू प्रांत में लगातार बारिश से बहुत नुकसान हुआ है। सामान्य जनजीवन बाधित है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को यथा स्थिति से अवगत कराया है। फ़ोन/डेटा कनेक्टिविटी जल्द बहाल किए जाने का प्रयास किया जा रहा है।
जम्मू संभाग में भारी बारिश से हालात बिगड़े
जम्मू जिले में लगातार बारिश के कारण कई पुल ढह गए। बिजली आपूर्ति और मोबाइल नेटवर्क बाधित है। महज 6 घंटे के दौरान यहां 22 सेंटीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है। बाढ़ और भूस्खलन से रास्ते में फंसे 3,500 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
किन क्षेत्रों में है सबसे ज्यादा असर?
जम्मू जिले में बारिश और बाढ़ का सर्वाधिक असर जम्मू शहर, आरएसपुरा, सांबा, अखनूर, कोट भलवाल, कठुआ, ऊधमपुर देखा गया। रामबन, डोडा, बनिहाल, रियासी क्षेत्र में हल्की बारिश हुई है।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार, बादल इस समय 12 किमी की ऊंचाई तक पहुंच रहे हैं, जो अत्यधिक सक्रिय तूफानों का संकेत है। आने वाले दिनों में और अधिक बारिश हो सकती है। तूफान की आशंका भी बनी हुई है।
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने जिलवार बताई स्थिति
- केंद्रीय मंत्री ने अपने X हैंडल पर पोस्ट लिखकर बताया कि पुंछ और राजौरी जिलों को छोड़कर, पूरे जम्मू संभाग में अभी भी बारिश हो रही है, हालाँकि, इसकी तीव्रता कम है। तवी नदी का जलस्तर कम हो गया है, लेकिन चिनाब नदी खतरे के निशान के करीब बह रही है।
- केंद्रीय मंत्री के मुताबिक, बारिश और बाढ़ के खतरे को देखते हुए स्कूल-कॉलेज बंद रखने के आदेश दिए गए हैं। आम जनता को अनावश्यक बाहर न निकलने से सलाह दी गई है।
- केंद्रीय मंत्री ने बताया, पीड़ितों की मदद के लिए प्रशासन ने हर जिले के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। प्रधानमंत्री मोदी भी समय समय पर अपडेट ले रहे हैं।
- केंद्रीय मंत्री के मुताबिक, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, अर्धसैनिक बल, सेना और वायु सेना के अधिकारी नागरिक प्रशासन के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। बिजली, पानी और मोबाइल सेवाएं बहाली हैं। अधिकारी जिसके लिए रात भर काम करते रहे।
- केंद्रीय मंत्री ने बताया कि ऐतिहासिक माधोपुर पुल पर सुबह 3 बजे से यातायात प्रतिबंधित है। यह पुल 11 मई 1953 को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की गिरफ्तारी के बाद चर्चा में रहा है।