SIT के भंवर में फंसे मंत्री शाह: प्रमोद वर्मा, कल्याण चक्रवर्ती और वाहिनी सिंह करेंगे जांच; कौन हैं ये अफसर?

minister vijay shah controversy: भारतीय सेना की अफसर कर्नल सोफिया कुरैशी पर विवादित बयान देने के बाद मंत्री कुंवर विजय शाह की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। केस की जांच के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) का गठन हो चुका है। जानिए कौन हैं तीनों अफसर।

Updated On 2025-05-20 09:43:00 IST

minister vijay shah controversy: भारतीय सेना की अफसर कर्नल सोफिया कुरैशी पर विवादित बयान देने के बाद मंत्री कुंवर विजय शाह की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। केस की जांच के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) का गठन हो चुका है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद DGP कैलाश मकवाना ने सोमवार (19 मई) तीन IPS अफसरों की 'SIT टीम' तैनात कर दी है। सागर संभाग के IG प्रमोद वर्मा, DIG एसएएफ कल्याण चक्रवर्ती और डिंडौरी SP वाहिनी सिंह को विजय शाह मामले की जांच का जिम्मा सौंपा है। टीम 28 मई तक कोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करेगी। 

जानिए कौन हैं तीनों अफसर
DGP कैलाश ने जिन अफसरों को जांच की जिम्मेदारी सौंपी है। वे कौन हैं...आइए जानते हैं। सागर IG प्रमोद वर्मा 2001 बैच के IPS हैं। फरवरी 2018 में प्रमोद सागर के आईजी बने थे। प्रमोद को 2022 में केन्द्रीय गृह मंत्रालय से उत्कृष्ट सेवा पदक मिला था। 2010 बैच के IPS अधिकारी कल्याण चक्रवर्ती भोपाल पुलिस मुख्यालय में एसएएफ (विशेष सशस्त्र बल) के डीआईजी हैं। कल्याण को 2020 में सीबीआई में एसपी बनाया था। वे दतिया, खरगोन के एसपी भी रह चुके हैं। 2014 बैच की IPS अफसर वाहिनी सिंह डिंडौरी की एसपी हैं। मूलत: राजस्थान की रहने वाली वाहिनी निवाड़ी की एसपी भी रह चुकीं हैं। 

जानिए पूरा मामला
महू के रायकुंडा गांव में 11 मई को हलमा कार्यक्रम हुआ था। मंत्री विजय शाह कार्यक्रम में शामिल हुए थे। मंत्री ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर कहा था कि मोदी जी समाज के लिए जी रहे हैं। समाज के लिए जान लगा रहे हैं। मंत्री ने कहा-जिन्होंने हमारे हिंदुओं को मारा। बहन-बेटियों के सिंदूर उजाड़े थे। मोदी जी ने उनकी बहन को उनकी ऐसी की तैसी करने उनके घर भेजा। मंत्री ने कर्नल सोफिया कुरैशी को आतंवादियों की बहन कह दिया था।

अगली सुनवाई 28 मई को होगी
मंत्री शाह के बयान से देशभर में बवाल मच गया। 13 मई को मंत्री ने माफी मांगते हुए कहा-बयान को गलत संदर्भ में न लें।14 मई को मामले में हाईकोर्ट ने संज्ञान लिया। FIR के निर्देश दिए।14 मई की रात 11 बजे इंदौर के मानपुर थाने में विजय शाह के खिलाफ FIR दर्ज हुई। 15 मई को हाईकोर्ट ने मंत्री विजय शाह पर दर्ज FIR की भाषा पर नाराजगी जताई। 16 मई को विजय शाह ने FIR के हाईकोर्ट के आदेश पर सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी। 16 मई को सुप्रीम कोर्ट ने शाह की याचिका पर सुनवाई की। इसके बाद 19 मई को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने सोमवार को शाह की माफी खारिज की, गिरफ्तारी पर रोक लगाई, 3 सदस्यीय SIT गठित करने का आदेश दिया। अब अगली सुनवाई 28 मई को होगी।

जानिए कोर्ट ने कल क्या कहा था
सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को विजय शाह की माफी नामंजूर करते हुए कहा-अभद्र टिप्पणी करने से पहले सोचना चाहिए। कोर्ट ने मामले की जांच के लिए SIT गठित करने का आदेश दिया। साथ ही कहा-कभी-कभी माफी बचने के लिए मांगी जाती है। कभी-कभी माफी मगरमच्छ के आंसू जैसी होती है। आपका क्या मतलब है? जिस तरह के भद्दे कमेंट उन्होंने किए वह भी बिना सोचे-समझे...अब आप उसके लिए माफी मांग रहे हैं।

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