ZOHO: क्या है जोहो, जिसकी मेल पर शिफ्ट हुए अमित शाह? अनोखे अंदाज में की घोषणा

गृहमंत्री अमित शाह ने अमेरिकी प्लेटफॉर्म छोड़कर भारतीय सॉफ्टवेयर Zoho Mail पर शिफ्ट किया। उन्होंने अपने नए ईमेल की घोषणा ‘ट्रंप स्टाइल’ में की, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। जानिए क्या है Zoho और क्यों सरकार अब विदेशी तकनीक से दूरी बना रही है।

Updated On 2025-10-08 22:15:00 IST

Amit Shah Zoho Mail

Amit Shah Zoho Mail: भारत में इन दिनों ‘स्वदेशी तकनीक’ (Swadeshi Technology) को लेकर एक नया उत्साह देखा जा रहा है। सरकार और आम जनता, दोनों ही विदेशी सॉफ्टवेयर पर निर्भरता कम करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। इसी क्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने बुधवार को अपने आधिकारिक ईमेल प्लेटफॉर्म को बदलते हुए घोषणा की है कि वे अब Zoho Mail का उपयोग करेंगे।

ट्रंप स्टाइल में की घोषणा

अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “Hello everyone, I have switched to Zoho Mail. Kindly note the change in my email address.”

“Thank you for your kind attention to this matter.”


उनकी यह पोस्ट वायरल हो गई क्योंकि इसका लहजा अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) की शैली से मिलता-जुलता था।

ट्रंप भी अपने संदेशों का अंत इसी तरह करते हैं। यही कारण है कि शाह की यह पोस्ट अब मीम्स और चर्चाओं का विषय बन गई है।

Zoho क्या है और क्यों खास है?

Zoho एक भारतीय कंपनी है, जिसकी स्थापना श्रीधर वेम्बु (Sridhar Vembu) ने की थी। यह कंपनी क्लाउड-बेस्ड ईमेल, ऑफिस सूट, और बिजनेस मैनेजमेंट टूल्स बनाती है।

Zoho Mail पूरी तरह से भारतीय सॉफ्टवेयर इंफ्रास्ट्रक्चर पर आधारित है और इसका डेटा भारत में ही स्टोर होता है — जिससे यह सुरक्षित और आत्मनिर्भर (Atmanirbhar) विकल्प बन जाता है।

Zoho के फाउंडर ने जताया आभार

Zoho के को-फाउंडर श्रीधर वेम्बु ने अमित शाह का धन्यवाद करते हुए कहा, “मैं यह क्षण हमारे मेहनती इंजीनियरों को समर्पित करता हूँ, जिन्होंने 20 साल तक भारत में रहकर Zoho को विकसित किया। उनका विश्वास आज सही साबित हुआ है।”

सरकारी मंत्रालयों में तेजी से अपनाया जा रहा है Zoho

अमित शाह से पहले आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) ने भी Zoho के ऑफिस सूट पर शिफ्ट होने की घोषणा की थी।

उन्होंने कहा था, ''मैं Zoho — हमारे स्वदेशी प्लेटफॉर्म — पर काम करने जा रहा हूँ, जो डॉक्यूमेंट, स्प्रेडशीट और प्रेजेंटेशन के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।''

Zoho के टूल्स अब कई सरकारी विभागों में एकीकृत (Integrated) किए जा रहे हैं। शिक्षा मंत्रालय ने भी अपने अधिकारियों को Microsoft Office और Google Workspace की जगह Zoho प्लेटफॉर्म का उपयोग करने के निर्देश दिए हैं।

'आत्मनिर्भर भारत' की दिशा में कदम

अमित शाह और अन्य मंत्रियों द्वारा Zoho का उपयोग शुरू करना सरकार के ‘आत्मनिर्भर भारत’ (Atmanirbhar Bharat) अभियान का प्रतीक है।

हाल ही में अमेरिका द्वारा भारत पर बढ़ाए गए 50% टैरिफ दबाव के बीच, सरकार अब विदेशी तकनीक पर निर्भरता घटाने की दिशा में कदम बढ़ा रही है।

Zoho जैसी स्वदेशी कंपनियाँ इस दिशा में भारत की डिजिटल आत्मनिर्भरता (Digital Independence) की मजबूत नींव रख रही हैं।

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