इंद्रावती नदी में बढ़ा जल प्रवाह: सफाई के बाद चित्रकोट जलप्रपात की रौनक लौटी, अब नहीं होगी पानी की कमी
बस्तर की प्राणदायिनी इन्द्रावती नदी में जल संकट के चलते चित्रकोट जलप्रपात की रौनक खत्म हो गयी थी। अब लगभग दो महीने बाद चित्रकोट प्रपात की खूबसूरती वापस लौट आयी है।
इंद्रावती जलप्रपात
अनिल सामंत- जगदलपुर। बस्तर की प्राणदायिनी इन्द्रावती नदी में जल संकट के चलते चित्रकोट जलप्रपात की रौनक खत्म हो गयी थी। अब लगभग दो महीने बाद चित्रकोट प्रपात की खूबसूरती वापस लौट आयी है। दरअसल इन्द्रावती नदी में अप स्ट्रीम से जल प्रवाह में उल्लेखनीय वृद्धि होने से वाटरफाल अपनी सामान्य स्थिति में लौट आई।
उल्लेखनीय है कि, चित्रकोट जलप्रपात की खूबसूरती को निहारने 12 महीने पर्यटकों का आना-जाना लगा रहता है। लेकिन 2 माह पहले इन्द्रावती नदी पूरी तरह से सूख गयी थी। इसके पीछे मुख्य वजह इन्द्रावती नदी-जोरा नाला संगम स्थल पर बने कंट्रोल स्ट्रैक्चर में रेत का टील और भारी मात्रा में चट्टान जमा हो गया है। इसके कारण चित्रकोट जलप्रपात भी सूखने के कगार पर पहुंच गया था। पतली जलधारा 90 फ़ीट ऊपर से केवल एक पतली धार गिर रही थी। इसके कारण पर्यटक मायूस होकर लौट रहे थे।
सफाई के बाद नदी के जल प्रवाह में हुई वृद्धि
जल संसाधन मंत्री केदार कश्यप के पहल पर जल संसाधन विभाग द्वारा संगम स्थल की सफाई के बाद इन्द्रावती नदी का जल प्रवाह में वृद्धि हुई। इसके कारण पर्यटक मायूस होकर लौट रहे थे। जलसंसाधन मंत्री के प्रयास से जिले 10 एनीकेट में अधिकांश के गेट खोलने से इन्द्रावती नदी के प्रवाह में वृद्धि हुई। दो दिन पहले ही नारायणपाल एनीकट से पानी ओव्हर फ्लो हो रहा है, जिससे जलप्रपात की धारा भी बढ़ गयी है और यहां फिर रौनक लौट गयी है। अब इन्द्रावती में पानी की कमी नहीं होगी, क्योंकि अब महीने भर बाद बस्तर संभाग में प्री-मानसून से बारिश भी शुरू हो जायेगी, वहीं वर्तमान में भी लगभग रोजना बस्तर संभाग मे कहीं न कहीं बारिश हो रही है।