Chili Plantation: मानसून में गमले में उगा लें हरी मिर्च, प्लांट ग्रोथ में ये तरीका आएगा काम

Chili Plantation: बारिश के दिनों में गमले में हरी मिर्च आसानी से उगाई जा सकती है। जानते हैं प्लांटेशन और देखभाल के टिप्स।

Updated On 2025-07-13 15:48:00 IST

मानसून में हरी मिर्च उगाने का तरीका।

Chili Plantation: हरी मिर्च हमारे भारतीय खाने का अहम हिस्सा है, जो न केवल स्वाद बढ़ाती है बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद होती है। अगर आप भी चाहते हैं कि आपके किचन में हमेशा ताजा हरी मिर्च मौजूद रहे, तो इसे अपने घर के गमले में उगाना एक बेहतरीन विकल्प है। यह न केवल आसान है, बल्कि आपको जैविक और केमिकल फ्री मिर्च भी मिलती है।

हरी मिर्च की खेती करने के लिए किसी बड़े खेत की जरूरत नहीं होती, एक छोटा सा गमला और थोड़ी देखभाल से आप भरपूर मिर्च की पैदावार ले सकते हैं। आइए जानें स्टेप-बाय-स्टेप तरीका जिससे आप अपने घर की बालकनी या छत पर हरी मिर्च आसानी से उगा सकते हैं।

आवश्यक सामग्री

गमला (8-12 इंच गहरा)

अच्छी गुणवत्ता वाली मिट्टी (पॉटिंग मिक्स)

हरी मिर्च के बीज या पुरानी मिर्च से निकले बीज

पानी

खाद (गोबर खाद या वर्मी कम्पोस्ट)

धूप वाली जगह

बीज तैयार करना

अगर आप बीज खुद निकालना चाहते हैं तो पूरी तरह सूखी हुई हरी मिर्च लें। उसके बीज निकालकर एक दिन तक सुखा लें। बेहतर अंकुरण के लिए इन बीजों को रातभर पानी में भिगो दें।

गमले की मिट्टी तैयार करें

गमले में 60% मिट्टी, 20% गोबर खाद और 20% रेत मिलाएं। यह मिक्स अच्छी जल निकासी और पोषक तत्वों को बनाए रखता है। गमले में नीचे छेद जरूर हो ताकि अतिरिक्त पानी निकल सके।

बीज बोना

गमले में हल्का गड्ढा बनाकर बीज डालें और ऊपर से हल्की मिट्टी से ढक दें। पानी का छिड़काव करें, लेकिन ध्यान रखें कि मिट्टी गीली रहे, भीगी नहीं। 7-10 दिनों में अंकुरण शुरू हो जाएगा।

देखभाल और धूप

हरी मिर्च को प्रतिदिन कम से कम 5-6 घंटे की धूप चाहिए। पानी हर दूसरे दिन या जरूरत के अनुसार दें। जब पौधा थोड़ा बड़ा हो जाए तो उसमें सहारा (स्टिक) जरूर लगाएं।

खाद और कटाई

हर 15 दिन में जैविक खाद डालें। 40-60 दिनों के अंदर मिर्च तैयार हो जाती है और आप उसे तोड़ सकते हैं। समय-समय पर सूखे पत्तों और कमजोर शाखाओं को काटते रहें।

गमले में हरी मिर्च उगाना न केवल आसान है बल्कि पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद है। इसे उगाकर आप न केवल ताजगी और स्वाद पाएंगे, बल्कि एक छोटी सी खेती का आनंद भी ले सकेंगे।

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