त्यौहार पर भारी मिलावट: कुट्टू का आटा, साबूदाना और सेंधा नमक असली है या नकली- कैसे पहचानें? जानिए

Adultrated Foods: नवरात्रि के दिनों में फलाहार की चीजों में मिलावट की आशंका बढ़ जाती है। आइए जानते हैं कुट्टू के आटे, साबूदाना और सेंधा नमक में मिलावट है या नहीं इन्हें कैसे पहचानें।

Updated On 2025-09-24 18:50:00 IST
फलाहारी चीजों में मिलावट की पहचान के तरीके।

Adultrated Foods: शारदीय नवरात्रि के पावन अवसर पर, जब भक्ति और उपवास का उत्साह चरम पर होता है, बाजार में मिलावटखोरों की चांदी हो जाती है। कुट्टू का आटा, साबूदाना, और सेंधा नमक जैसी व्रत की जरूरी चीजें नकली या मिलावटी रूप में बिक रही हैं, जो न केवल आपके स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकती हैं, बल्कि आपके व्रत के पवित्र उद्देश्य को भी प्रभावित कर सकती हैं।

नवरात्रि व्रत का पालन करने वाले ज्यादातर लोग फलाहार में इन चीजों से बने आइटम्स ही डाइट में शामिल करते हैं। ऐसे में ये जानना बेहद जरूरी है कि जो चीज फलाहार में खायी जा रही है वो शुद्ध है या नहीं। आइए जानें, कैसे पहचानें कि आपके खरीदे गए कुट्टू का आटा, साबूदाना और सेंधा नमक असली हैं या नकली, और बचें मिलावट के खतरों से!

फलाहार में मिलावट की पहचान के टिप्स

कुट्टू के आटे की पहचान: कुट्टू का आटा असली है या नहीं इसकी आसानी से पहचान की जा सकती है। असली कुट्टू का आटा हल्के सफ़ेद या हल्के भूरे रंग का होता है और इसकी बनावट थोड़ी दानेदार सी रहती है। जब इसे सूंघते हैं तो हल्की-सी मीठी गंध महसूस होती है।

जबकि नकली आटे में अक्सर तेज़ या कैमिकल जैसी गंध आती है। असली कुट्टू का आटा पानी में डालने पर जल्दी घुल जाता है और उसमें कोई अंतर नज़र नहीं आता। इसके उलट नकली आटा पानी में तैरने लगता है और परत बनाता है, जिससे मिलावट की पहचान आसानी से हो सकती है।

साबूदाने की पहचान: साबूदाने की असलियत पहचानने का सबसे आसान तरीका उसका रंग और आकार है। असली साबूदाना पूरी तरह से सफ़ेद और गोल होता है, जबकि नकली वाले का आकार असमान होता है और ज़्यादा चमकीला दिखाई देता है।

जब इसे पानी में डाला जाता है तो असली साबूदाना थोड़ी ही देर में फूलकर नरम हो जाता है, वहीं नकली वाला लंबे समय तक सख़्त बना रहता है। चखने पर भी फर्क पता चल जाता है, असली साबूदाना हल्का मीठा स्वाद देता है, जबकि मिलावटी में यह स्वाद नहीं होता।

सेंधा नमक की पहचान: सेंधा नमक को असली और नकली में पहचानने के लिए उसके रंग और स्वाद पर ध्यान देना चाहिए। असली सेंधा नमक हल्के गुलाबी या हल्के ग्रे रंग का होता है, जबकि नकली नमक अक्सर पूरी तरह सफ़ेद और पाउडर जैसा दिखता है।

जब इसे पानी में घोला जाता है तो असली सेंधा नमक धीरे-धीरे घुलता है, जबकि नकली बहुत तेज़ी से घुल जाता है। इसके अलावा असली सेंधा नमक में हल्का-सा मिट्टी जैसा स्वाद और नेचुरल स्मैल होती है, जबकि मिलावटी नमक में आर्टिफिशियल टेस्ट और ज़्यादा खारापन महसूस होता है।

मिलावटी वस्तुएं शरीर के लिए हानिकारक

यह इस बात पर निर्भर करता है कि कुट्ट के आटे में किन चीजों की मिलावट की गई है। मिलावट के अलग-अलग प्रकार शरीर पर अलग असर डाल सकते हैं। जैसे अगर आटे में खराब क्वालिटी का आटा मिलाया गया है तो पेट में दर्द, उल्टी, मतली और डायरिया जैसी समस्याएं हो सकती हैं। वहीं अगर कुट्ट के आटे में गेहूं, बेसन या अन्य अनाज मिलाए गए हैं तो इससे पेट फूलने, गैस, अपच और कब्ज जैसी समस्याएं पैदा हो सकती है।

डॉ. जीआर अड़लक

डायरेक्टर, गायत्री मल्टीस्पेशलिटी

हॉस्पिटल भोपाल

अगर आपको यह खबर उपयोगी लगी हो, तो इसे सोशल मीडिया पर शेयर करना न भूलें और हर अपडेट के लिए जुड़े रहिए [haribhoomi.com] के साथ।

(लेखक:कीर्ति)

Tags:    

Similar News