Blue Veins on Legs: पैरों में दिखने लगी हैं नीली नसें? 4 वजहों से हो सकता है ऐसा, इन्हें जानिए
Blue Veins on Legs: उम्र बढ़ने के साथ कई लोगों में पैरों की नीली नसें दिखाई देने लगती हैं। आखिर ऐसा किस वजह से होता है। जानते हैं इसके बारे में।
पैरों में नीली नसें दिखने के 4 कारण।
Blue Veins on Legs: क्या आपने हाल ही में अपने पैरों पर नीली या उभरी हुई नसें देखी हैं? अगर हां, तो इसे नजरअंदाज न करें। ये दिखने में मामूली लग सकती हैं, लेकिन यह शरीर के ब्लड सर्कुलेशन से जुड़ी समस्या का संकेत हो सकती हैं। ज्यादातर लोगों में ये नसें उम्र बढ़ने, लंबे समय तक खड़े रहने या मोटापे की वजह से दिखने लगती हैं। इसे Varicose Veins कहा जाता है, जो खासतौर पर पैरों में ब्लू या पर्पल कलर की नसों के रूप में दिखाई देती हैं।
ये नसें तब बनती हैं जब खून दिल की ओर सही तरीके से वापस नहीं जा पाता। हालांकि ये समस्या महिलाओं में ज्यादा पाई जाती है, लेकिन आजकल यह पुरुषों में भी आम होती जा रही है। अगर समय पर ध्यान न दिया जाए तो यह दर्द, सूजन और थकान का कारण बन सकती है। आइए जानते हैं कि पैरों में नीली नसें दिखने के 4 प्रमुख कारण क्या हैं और कब डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
4 वजहों से दिख सकती हैं नीली नसें
ब्लड सर्कुलेशन में रुकावट: जब नसों में मौजूद वाल्व कमजोर हो जाते हैं, तो खून वापस नीचे की ओर जमा होने लगता है। इससे नसें फूलकर नीली या बैंगनी दिखाई देती हैं। इसे वेरिकोस वेन्स कहा जाता है। इस स्थिति में पैरों में भारीपन और दर्द भी महसूस हो सकता है।
लंबे समय तक खड़े रहना या बैठना: जो लोग दिनभर खड़े रहकर काम करते हैं, जैसे टीचर, शॉपकीपर या फैक्ट्री वर्कर, उनमें इस समस्या की संभावना ज्यादा होती है। लगातार खड़े रहने से खून नीचे की नसों में जमा हो जाता है, जिससे उनमें दबाव बढ़ता है और वे उभरने लगती हैं।
मोटापा और गलत जीवनशैली: अधिक वजन शरीर पर अतिरिक्त दबाव डालता है, खासतौर पर पैरों पर। इससे ब्लड फ्लो प्रभावित होता है और नसें कमजोर पड़ जाती हैं। साथ ही, एक्सरसाइज की कमी, धूम्रपान और जंक फूड भी इस स्थिति को बढ़ा सकते हैं।
हार्मोनल बदलाव या गर्भावस्था: महिलाओं में यह समस्या अक्सर हार्मोनल बदलाव की वजह से होती है। प्रेग्नेंसी के दौरान खून की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे नसों पर प्रेशर आता है और वे उभरने लगती हैं। मेनोपॉज के समय भी हार्मोन असंतुलन इसका कारण बन सकता है।
(Disc।aimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी डॉक्टर/विशेषज्ञ से परामर्श जरूर लें।)
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