Piyush Pandey's Favorite Ad: जिस शख्स ने सैकड़ों ऐड बनाए, खुद उसके दिल के करीब कौन-सा विज्ञापन था? जानिए
पीयूष पांडे ने सैकड़ों आइकॉनिक विज्ञापन बनाए, लेकिन एक ऐसा ऐड था जो उनके दिल के बेहद करीब था। जानिए क्यों था यह ऐड उनके लिए खास और भावनाओं से जुड़ा हुआ।
Piyush Pandey Death: पीयूष पांडे, भारतीय विज्ञापन जगत का एक ऐसा नाम थे जिसने करोड़ों दिलों में ब्रांड्स को भावनाओं के जरिए बसाया। उन्होंने सैकड़ों यादगार विज्ञापन बनाए, लेकिन एक ऐसा ऐड था, जो उनके दिल के सबसे करीब था। वह था- एशियन पेंट्स का ‘हर घर कुछ कहता है’ कैंपेन।
क्यों था यह उनके लिए खास?
यह कैंपेन 2002 में लॉन्च हुआ था। इसमें एक भावुक कविता के जरिए बताया गया कि घर सिर्फ ईंटों और दीवारों का नहीं, बल्कि यादों, रिश्तों और भावनाओं का प्रतीक है। इस विज्ञापन की सबसे खूबसूरत बात यह थी कि पीयूष पांडे ने खुद अपनी आवाज दी थी, जिससे यह और भी निजी और दिल छू लेने वाला बन गया।
“हर घर कुछ कहता है...” यह लाइन सिर्फ एक ब्रांड नहीं, बल्कि हर भारतीय के घर की कहानी बन गई।
क्यों पीयूष के करीब था ये एड
कई इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि यह विज्ञापन उनके दिल के बेहद करीब है। इतना ही नहीं, खुद एशियन पेंट्स के CEO अमित सिंघल ने भी इसे उनका सबसे फेवरेट ऐड बताया था। पीयूष ने खुद इसे एक इंटरव्यू में रिसाइट किया था, जो आज भी लोगों की यादों में ताजा है।
पीयूष के कुछ और यादगार विज्ञापन
- दो बूंद जिंदगी की पल्स पोलियो: 2000s अमिताभ बच्चन के साथ वैक्सीनेशन को जन-जन तक पहुंचाया
- 'ये फेविकोल का जोड़ है': फेविकोल 2000s मज़ेदार ट्रक एड, जिसने ब्रांड को घर-घर तक पहुंचाया
- कुछ खास है ज़िंदगी में कैडबरी: 2003 लड़की का डांस वाला एड, खुशी का जश्न बन गया
- जहां भी जाओगे, हमारा नेटवर्क साथ चलेगा: हच / वोडाफोन 2000s ‘पग डॉग’ वाला प्यारा एड, दोस्ती और भरोसे का प्रतीक
- अबकी बार मोदी सरकार: भाजपा 2014 चुनावी नारे के रूप में इतिहास रच दिया
दिलों में याद रहेंगे पीयूष पांडे
पीयूष पांडे का निधन 23 अक्टूबर 2025 को हुआ, लेकिन उनकी रचनाएं, आवाज और कहानियां हमेशा जिंदा रहेंगी। उन्होंने सिखाया कि एक अच्छा विज्ञापन सिर्फ बेचता नहीं, बल्कि भावनाएं जगाता है।