Govinda: कौन बना गोविंदा के डूबते करियर की वजह? पहलाज निहलानी का बड़ा खुलासा! डेविड धवन पर लगाए आरोप
90 के दशक में बॉलीवुड का चमकता सितारा बने गोविंदा का करियर 2000 के बाद से ढलता गया। इसका कारण मशहूर फिल्म निर्माता पहलाज निहलानी ने बताया है।
निर्माता पहलाज निहलानी ने अभिनेता गोविंदा के ढलते करियर पर बात की है।
Govinda: बॉलीवुड के हीरो नंबर 1 कहे जाने वाले गोविंदा की जबरदस्त फैन-फॉलोइंग है। कभी अपनी एक्टिंग के चलते तो कभी तड़कते-भड़कते डांस वंबर्स, गोविंदा की दीवानगी लोगों के दिलों में बसी हुई है। हालांकि बॉलीवुड में सक्सेस के चरम पर पहुंचने के बाद उनका करियर ढलता गया। अब एक बार फिर मशहूर निर्माता-निर्देशक पहलाज निहलानी ने गविंदा के करियर पर खुलकर बात की है। यूट्यूबर विक्की लालवानी को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने गविंदा के गिरते करियर ग्राफ के पीछे का कारण उन लोगों को बताया जो उनका भला नहीं चाहते थे।
निहलानी ने गोविंदा की संगत और निर्णयों की वजह से उनके ढलते करियर को जिम्मेदार ठहराया। पहलाज का कहना है कि गविंदा ने अपने आस-पास ऐसे लोगों को इकट्ठा कर लिया जो उनके भले की सोच नहीं रखते थे, और यही उनकी सबसे बड़ी चूक बन गई।
गविंदा के लिए क्या बोले पहलाज निहलानी
पहलाज निहलानी ने कहा, "गविंदा एक ऑलराउंडर थे। उन्होंने अपना करियर अच्छे से संभाला, लेकिन उनकी सबसे बड़ी कमजोरी यह थी कि वो लोगों पर जल्दी भरोसा कर लेते थे। उनके आसपास का माहौल अच्छा नहीं था। वो पंडितों, ज्योतिषियों और भविष्य बताने वालों के बीच रहते थे, और उन्हीं की बातों में उलझे रहते थे। ये सब बातें किसी को सीरियस नहीं लगतीं, लेकिन इस तरह की सोच और माहौल उनके करियर के लिए बहुत नुकसानदायक साबित हुआ।"
“डेविड धवन ने उसके दिमाग में ज़हर घोल दिया”
पहलाज निहलानी ने आगे कहा कि जब मल्टीप्लेक्स का दौर आया, तो गविंदा की फिल्में रोकी जाने लगीं। उन्होंने कहा- "पार्टनर के बाद जब गविंदा का दोबारा समय आया, तो लोगों ने उनकी फिल्मों को चलने नहीं दिया। डेविड धवन उस वक्त उनके साथ काम कर रहे थे और उन्होंने गविंदा के दिमाग में मेरे खिलाफ जहर भर दिया। उन्हें लगा कि मैं पैसे कमा रहा हूं, जबकि सच्चाई ये है कि मेरी फिल्मों से उनका नाम बना।”
90's में गविंदा का सुनहरा दौर
90 के दशक में गविंदा का जादू बॉक्स ऑफिस पर सिर चढ़कर बोला था। ‘राजा बाबू’, ‘कुली नं. 1’, ‘हीरो नं. 1’, ‘साजन चले ससुराल’ जैसी एक से बढ़कर एक हिट फिल्मों से उन्होंने दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई। लेकिन 2000 के बाद उनके सितारे गर्दिश में चले गए। उन्हें आखिरी बार फिल्म स्क्रीन पर 2019 में आई फिल्म रंगीला राजा में देखा गया था। इसके बाद से वह अक्सर टेलीविजन शोज में बतौर गेस्ट जज नजर आते रहते हैं।
अब उनके बेटे यशवर्धन आहूजा बॉलीवुड में डेब्यू करने जा रहे हैं। वह साई राजेश की फिल्म से अपनी पारी की शुरुआत करेंगे। देखना होगा कि क्या यशवर्धन अपने पिता की विरासत को आगे बढ़ा पाते हैं या नहीं।