Share Market: लगातार छह दिन की तेजी पर लगा ब्रेक, सेंसेक्स 325 अंक टूटा, निफ्टी 25,889 के नीचे
भारतीय शेयर बाजार की लगातार छह दिनों की तेजी पर आज ब्रेक लग गया। कमजोर वैश्विक संकेतों और निवेशकों की सतर्कता के बीच सेंसेक्स और निफ्टी दोनों सूचकांकों में मंगलवार 18 नवंबर को गिरावट देखने को मिली।
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(एपी सिंह ) मुंबई। भारतीय शेयर बाजार की लगातार छह दिनों की तेजी पर आज ब्रेक लग गया। कमजोर वैश्विक संकेतों और निवेशकों की सतर्कता के बीच सेंसेक्स और निफ्टी दोनों सूचकांकों में मंगलवार 18 नवंबर को गिरावट देखने को मिली। सेंसेक्स सुबह से दबाव में रहा। सेंसेक्स 9:59 बजे तक 325 अंक यानी लगभग 0.38 प्रतिशत गिरकर 84,800 के आसपास पहुंच गया, उधर एनएसई के निफ्टी भी लगभग 124 अंक टूटकर 25,889 के स्तर पर आ गया। इस गिरावट का मुख्य कारण वैश्विक बाजारों की कमजोरी और साप्ताहिक डेरिवेटिव एक्सपायरी से जुड़ी उतार–चढ़ाव की आशंकाएं दिखाई दे रही हैं।
ब्रॉडर मार्केट में भी दबाव कायम
वहीं, ब्रॉडर मार्केट में भी दबाव देखने को मिला। निफ्टी मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में 0.4 प्रतिशत तक की कमजोरी देखने को मिली। इंडिया विक्स में हल्की बढ़ोतरी यह संकेत देती है कि निकट भविष्य में बाजार में अस्थिरता बनी रह सकती है। बीएसई सेक्टर्स की बात करें तो लगभग सभी प्रमुख सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में रहे। आईटी, एफएमसीजी, रियल्टी और मेटल शेयर सबसे अधिक दबाव में दिखाई दिए। हालांकि, इस गिरावट के बीच पीएसयू बैंकिंग सेक्टर एकमात्र ऐसा क्षेत्र रहा जिसने तीसरे दिन भी मजबूती दिखाई और बाजार की गिरावट के बीच कुछ स्थिरता बनाए रखी।
विभिन्न सूचकांकों में भी कमजोरी दिखी
बीएसई के विभिन्न सूचकांकों में भी कमजोरी दिखी, जहां सेंसेक्स 352 अंक गिरा, बैंकएक्स में मामूली गिरावट रही और स्मॉल-लार्ज कैप आधारित इंडेक्स भी नीचे फिसले। टॉप गेनर्स में बीबीटीसी, सनडर्म फास्टनर्स, जीएमआर, जीएमआर पीएंडयूआई, जीएमआर एयरपोर्ट और अतुल जैसे शेयरों ने 3 से 6 प्रतिशत तक की बढ़त दर्ज की। दूसरी ओर, टॉप लूजर्स में केन्स, वेबेलसोलर, आईनॉक्स ग्रीन, एवलॉन और केमप्रो जैसे शेयर 3 से 6 प्रतिशत गिरावट के साथ दबाव में ट्रेड कर रहे हैं।
मार्केट ब्रेड्थ भी कमजोर रही
मार्केट ब्रेड्थ भी कमजोर रही, जहां 3,572 शेयरों में से 1,268 बढ़त में दिखाई दे रहे हैं, वहीं 2,122 शेयर गिरावट में ट्रेड कर रहे हैं। जबकि, 78 शेयर 52-हफ्ते के उच्च स्तर पर जा पहुंचे हैं, वहीं 109 अपने 52-हफ्ते के निचले स्तर पर फिसले हैं। कुल मिलाकर, तेज़ी के लंबे दौर के बाद बाजार में एक स्वाभाविक ठहराव देखने को मिल रहा है। हालांकि, विश्लेषकों का मानना है कि मजबूत तिमाही नतीजे और भारत–अमेरिका व्यापार समझौते को लेकर सकारात्मक उम्मीदें आगे निवेशकों की भावना को सहारा देना जारी रखेंगी। बीएसई का मार्केट कैप इस समय गिरावट के साथ 474.95 लाख करोड़ या 5.36 ट्रिलियन डॉलर पर आ गया है।