Reliance Industries Share Rally 2025: 4.4 लाख करोड़ की जबर्दस्त तेजी, 2025 में अब तक रिलायंस इंडस्ट्रीज ने लगाई 26% की छलांग
कंपनी के 44 लाख शेयरधारकों के लिए अब तक बेहद उत्साहजनक साबित हुआ यह साल
Reliance Industries Share Rally 2025
(एपी सिंह) मुंबई। साल 2020 के कोरोना काल के बाद 2025 पहला साल है, जब रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में इतनी जबर्दस्त तेजी देखने को मिल रही है। कंपनी के शेयर 2025 में अब तक 26% उछल चुके हैं। इस उछाल की वजह से कंपनी के मार्केट कैप में करीब ₹4.4 लाख करोड़ की बड़ी बढ़ोतरी देखने को मिली है। यह तेजी रिलायंस इंडस्ट्रीज को फिर से ₹21 लाख करोड़ के मार्केट वैल्यू के स्तर के करीब ले आई है और शेयर ने 52-सप्ताह का नया उच्चतम स्तर भी छू लिया है। इसका मतलब साफ है कि मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली यह कंपनी फिर से मजबूत से वापसी करती दिख रही है।
तेजी में सभी सेगमेंट ने दिया योगदान
रिलायंस इंडस्ट्रीज में उछाल किसी एक कारण से नहीं, बल्कि विभिन्न बिजनेस सेगमेंट की मिलीजुली मजबूती से आया है। इसमें सबसे बड़ा योगदान जियो के टेलीकॉम बिजनेस से मिला है। विशेषज्ञ मान रहे हैं कि जियो का संभावित आईपीओ कंपनी की वैल्यू में ऐतिहासिक उछाल ला सकता है। जेफरीज ने तो जियो का वैल्यूएशन बढ़ाकर 180 बिलियन डॉलर कर दिया है। अनुमान लगाया है कि आने वाले सालों में कंपनी की आय और मुनाफा तेज गति से बढ़ेंगे। टैरिफ बढ़ोतरी, ब्रॉडबैंड बिजनेस में तेजी ने जियो को भविष्य की सबसे तेज बढ़ने वाली कंपनियों में शामिल कर दिया है।
टेलीकॉम में अभी और तेजी का अनुमान
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि टेलीकॉम बिजनेस अभी और तेजी देगा क्योंकि बढ़े हुए एआरपीयू (प्रति ग्राहक औसत राजस्व) का पूरा फायदा अगले तिमाहियों में दिखाई देगा। इसके अलावा, इस वित्त वर्ष में एक और टैरिफ हाइक की उम्मीद है, जिससे शेयर में नया जोश आ सकता है। और सबसे महत्वपूर्ण रिलायंस की एजीएम में बताया गया कि जियो की लिस्टिंग अगले कैलेंडर वर्ष की पहली छमाही में होगी। यह वैल्यू अनलॉकिंग इवेंट निवेशकों में नई उत्सुकता बढ़ा रही है। रिलायंस के O2C (ऑयल-टू-केमिकल) बिजनेस ने भी इस तेजी में अहम भूमिका निभाई है।
कंपनी की रिफायनिंग मार्जिन मजबूत
एशिया में रिफाइनिंग मार्जिन बढ़ रहे हैं, और डीजल, जेट फ्यूल तथा पेट्रोल के मजबूत स्प्रेड्स रिलायंस को अतिरिक्त फायदा दे रहे हैं। यूबीएस समेत कई ब्रोकरेज फर्मों का मानना है कि आने वाले सालों में O2C बिजनेस की कमाई और बेहतर होगी। रूस से आयात कम करने की खबर के बावजूद विश्लेषकों का कहना है कि रिलायंस की रिफाइनिंग मार्जिन मजबूत हैं और कंपनी इस सेगमेंट में अच्छी स्थिति में है। रिटेल बिजनेस भी रिलायंस के लिए एक और बड़ा ग्रोथ ड्राइवर बनकर उभरा है। तेजी से बढ़ता फुटप्रिंट और ऑनलाइन-ऑफलाइन चैनलों की मजबूती रिटेल सेगमेंट को बड़े वैल्यू-क्रिएटर के रूप में दिखा रही है।
रिटेल बिजनेस की भी हो सकती है लिस्टिंग
कई विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में रिटेल बिजनेस की भी लिस्टिंग हो सकती है, जिससे रिलायंस के वैल्यू अनलॉकिंग की संभावनाएं और बढ़ जाएंगी। New Energy प्रोजेक्ट्स पर भी रिलायंस इंडस्ट्रीज तेजी से काम कर रही है, जिससे कंपनी के दीर्घकालिक ग्रोथ की तस्वीर और मजबूत हो रही है। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने इसी कारण कंपनी की रेटिंग बढ़ाकर बाय कर दी है और टार्गेट प्राइज ₹1,735 रखा है। कुल मिलाकर, 2024 की सुस्ती से उभरकर 2025 रिलायंस के लिए ‘रिडेम्प्शन इयर’ बनता दिख रहा है। यदि जियो IPO, O2C ग्रोथ और रिटेल वैल्यू अनलॉकिंग जैसे ट्रिगर्स वास्तविकता बनते हैं, तो रिलायंस की यह रैली और लंबी चल सकती है।