Budget 2024 से पहले वित्त मंत्री का बड़ा बयान: सीतारमण बोलीं- सरकार का फोकस युवाओं-गरीबों समेत चार समूहों पर

Interim Budget: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अंतरिम बजट पेश किए जाने से करीब एक हफ्ते पहले दिल्ली के हिंदू कॉलेज की 125वीं वर्षगांठ के अवसर पर कार्यक्रम में शामिल हुए।

Updated On 2024-01-26 14:55:00 IST
Nirmala Sitaraman

FM Nirmala Sitaraman on Budget 2024: आम बजट की तैयारियां अंतिम दौर में हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitaraman) 1 फरवरी को छठी बार देश की अर्थव्यवस्था का खाका पेश करेंगी। बजट से आम जनता को टैक्स, पेंशन स्कीम, महंगाई जैसे कई मुद्दों को लेकर राहत की उम्मीद है। ऐसे में वित्त मंत्री ने गुरुवार को एक कार्यक्रम में युवा, गरीब, किसान और महिलाओं से जुड़ी बड़ी बात कही। दिल्ली यूनिवर्सिटी के हिंदू कॉलेज की 125वीं वर्षगांठ पर उन्होंने कहा कि इन चारों समूहों के उत्थान के लिए सरकारी योजनाओं पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

'जाति-धर्म को लेकर किसी से भेदभाव नहीं करेंगे'
वित्त मंत्री सीतारमण ‘युवा सशक्तीकरण: विकसित भारत की नींव का निर्माण’ विषय पर बोल रही थीं। उन्होंने छात्रों से कहा कि भारत को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए कार्य करें और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पहचाने गए चार समूहों पर विशेष ध्यान दिया जाए। आज भी युवा, गरीब, किसान और महिला को आगे बढ़ाने के लिए मदद की आवश्यकता है। उनकी बेहतरी के प्रयास में समुदाय, जाति या धर्म के तौर पर किसी प्रकार का भेदभाव नहीं करेंगे। देश के युवा भी अ​धिकार के साथ-साथ कर्तव्य की भावना का भी ध्यान रखे। 

1 फरवरी को बजट पेश करेंगी सीतारमण
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आम चुनावों से पहले 1 फरवरी 2024 को अंतरिम बजट (Interim Budget) पेश करेंगी। उन्होंने बताया कि आगामी अंतरिम बजट में सरकार का मुख्य उद्देश्य न केवल आर्थिक सहायता देना है, बल्कि युवाओं के लिए कौशल प्रशिक्षण के जरिए रोजगार के नए अवसर भी लाना है। गरीबों को मिल रही सुविधाएं जैसे घर, पानी, बिजली, सड़क आदि को लेकर सरकार के प्रयास जारी हैं और इन योजनाओं के क्रियान्वयन में सरकार लक्ष्य तक पहुंचने के करीब है।

डीबीटी से फर्जी लाभार्थियों की हो रही पहचान
वित्त मंत्री ने सीतारमण ने किसानों को नवीन और प्राकृतिक खेती की तकनीकों के बारे में जागरूक करने का उल्लेख किया और बताया कि ऐसा करके उनकी लागत में कमी लाने की कोशिश है। तिलहन और दालों को छोड़कर भारत कृ​षि उत्पादों के मामले में लगभग आत्मनिर्भर बन चुका है। सीतारमण ने कहा कि केंद्र सरकार ने डीबीटी के जरिए फर्जी लाभार्थियों को बाहर कर 2.5 लाख करोड़ रु. बचाए हैं। डीबीटी से योजनाओं में पारदर्शिता आई है।

Tags:    

Similar News