IMF ने बढ़ाया भारत का ग्रोथ अनुमान: अब FY26 में 6.6% रह सकती विकास दर, पहली तिमाही की रफ्तार बनी आधार

इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड ने भारत की वित्तीय वर्ष 2026 का ग्रोथ अनुमान 6.4% से बढ़ाकर 6.6% किया। पहली तिमाही में 7.8% की तेजी से अर्थव्यवस्था में मजबूत रफ्तार बरकरार।

Updated On 2025-10-14 19:41:00 IST

इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड ने भारत की वित्तीय वर्ष 2026 का ग्रोथ अनुमान 6.4% से बढ़ाकर 6.6% किया

IMF India's Economy Outlook: भारत की अर्थव्यवस्था की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष यानी आईएमएफ ने अपने ताज़ा वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक (अक्टूबर 2025) में भारत की विकास दर का अनुमान 6.4 से बढ़ाकर 6.6 फीसदी कर दिया है।

इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड ने कहा कि भारत में 2025 (वित्त वर्ष 2026) में विकास दर 6.6 फीसदी और 2026 में 6.2% रहने का अनुमान है। यह इजाफा पहले अनुमान से बेहतर है क्योंकि पहली तिमाही में अर्थव्यवस्था ने उम्मीद से मजबूत शुरुआत की।

पहली तिमाही का दमदार प्रदर्शन

भारत की जीडीपी ने वित्तीय वर्ष 2026 की पहली तिमाही में 7.8 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की, जो एक साल में सबसे तेज़ रफ्तार थी। दूसरी तिमाही में भी विकास दर के करीब 7% रहने का अनुमान है। आईएमएफ ने कहा कि यह सुधार मजबूत घरेलू मांग, सेवा क्षेत्र के निर्यात, और वित्तीय वर्ष की मजबूत शुरुआत के असर से आया है।

IMF से पहले, विश्व बैंक ने भी भारत की वित्तीय वर्ष 2026 का ग्रोथ अनुमान 6.3% से बढ़ाकर 6.5% कर दी थी। वहीं, भारतीय रिजर्व बैंक ने सितंबर में अपनी ग्रोथ प्रोजेक्शन 6.5% से बढ़ाकर 6.8% कर दी। तीनों संस्थाओं का मानना है कि जीएसटी सुधार, बढ़ता कंजम्पशन और सेवा क्षेत्र की मजबूती आने वाले महीनों में भारत की अर्थव्यवस्था को स्थिर गति देंगे।

महंगाई में राहत

इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड ने भारत की वित्तीय वर्ष 2026 के लिए महंगाई का अनुमान घटाकर 2.8 फीसदी कर दिया है, जो अप्रैल में 4.2% था। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत, मलेशिया, फिलीपींस और थाईलैंड में महंगाई उम्मीद से कम रही। फाइनेंशियल ईयर 2027 के लिए आईएमएफ ने 4% महंगाई दर का अनुमान जताया है, जो पहले के 4.1% से थोड़ा नीचे है।

भारत की खुदरा महंगाई अगस्त में 1.54%, यानी 8 साल के निचले स्तर पर पहुंच गई थी जबकि जुलाई में यह 2.1% थी। सितंबर में भी यह 2 फीसदी से नीचे रही, जो कीमतों में व्यापक गिरावट को दिखाती है। इन सभी संकेतों के बीच, भारत अब भी दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था बना हुआ है। वैश्विक अनिश्चितताओं और पॉलिसी में कसावट के बावजूद भारत की ग्रोथ स्टोरी मजबूत बनी हुई है।

(प्रियंका कुमारी)

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