ऑनलाइन KYC अपडेट कैसे करें: डीमैट अकाउंट और म्यूचुअल फंड निवेश की पूरी गाइड
डीमैट और म्यूचुअल फंड निवेश के लिए केवायसी अपडेट जरूरी है। एसेट मैनेजमेंट कंपनियों की वेबसाइट से केवायसी स्टेटस और अपडेट आसानी से किया जा सकता है। गलत या अधूरी जानकारी पर केवायसी होल्ड हो सकती है, इसलिए दस्तावेज मिलान जरूरी है।
डीमैट और म्यूचुअल फंड निवेश के लिए केवायसी अपडेट जरूरी है।
How to update KYC online for demat account: अगर आप डीमैट अकाउंट खोलना चाहते हैं या म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहते हैं, तो नो योर कस्टमर पूरा और अपडेट होना अनिवार्य है। केवायसी अधूरी होने पर आपका अकाउंट ओपन नहीं होगा या फिर निवेश अटक सकता है। सेबी के नियमों के मुताबिक, हर निवेशक को अपनी पहचान, पता और जरूरी दस्तावेज जमा करने होते हैं।
अपडेटेड केवायसी से आपकी पहचान और निवेश की पुष्टि होती है। इससे फर्जी लेन-देन और मनी लॉन्ड्रिंग जैसे जोखिम कम होते हैं। यही वजह है कि सभी एसेट मैनेजमेंट कंपनियों और ब्रोकर्स के लिए केवायसी नियमों का पालन करना अनिवार्य है।
केवायसी स्टेटस कैसे चेक करें
आप अपने नो योर कस्टमर की स्थिति बहुत आसानी से ऑनलाइन चेक कर सकते हैं।
जिस एएमसी या ब्रोकरेज प्लेटफॉर्म से आपने डिमैट अकाउंट खोला है, उसकी वेबसाइट पर जाएं।
पैन नंबर डालें और ओटीपी से वेरिफाई करें।
स्क्रीन पर KYC स्टेटस दिख जाएगा- वेरिफाइड, पेंडिंग, ऑन होल्ड या रिजेक्टेड।
अगर स्टेटस वेरिफाइड के अलावा कुछ भी है, तो आपको केवायसी अपडेट करनी होगी।
इसके अलावा, आप केवायसी रजिस्ट्रेशन एजेंसी जैसे-CVL-KRA,CAMS KRA,NSDL KRA या CDSL KRA की वेबसाइट पर भी जाकर नो योर कस्टमर स्टेटस चेक कर सकते हैं। यह तरीका खासतौर पर उन निवेशकों के लिए मददगार है, जिनके अलग-अलग एसेट मैनेजमेंट कंपनियों में निवेश हैं।
ऑनलाइन KYC कैसे अपडेट करें
केआरए की वेबसाइट पर लॉग इन करने के बाद आपको ये स्टेप्स फॉलो करने होंगे:
पैन कार्ड, आधार कार्ड और पासपोर्ट साइज फोटो अपलोड करें।
कई प्लेटफॉर्म पर ई-केवायसी की सुविधा होती है, जहां आधार-आधारित ओटीपी से तुरंत वेरिफिकेशन हो जाता है।
आमतौर पर केवायसी अपडेट होने में 5 से 7 दिन लगते हैं।
आप बीच-बीच में स्टेटस चेक कर सकते हैं।
कब जरूरी होती है ऑफलाइन वेरिफिकेशन
अगर आपके दस्तावेजों में दी गई जानकारी मेल नहीं खाती, तो आपको इन पर्सन वेरिफिकेशन से गुजरना पड़ सकता है। कुछ ब्रोकर्स वीडियो कॉल या डोरस्टेप इसकी सुविधा भी देते हैं। ध्यान रखें कि आपके दस्तावेज साफ हों, मोबाइल नंबर आधार से लिंक हो और नाम, जन्मतिथि व पता एक जैसा हो।
KYC होल्ड क्यों हो जाती है
पता बदलने या नए दस्तावेज अपलोड करने पर केवायसी दोबारा होल्ड पर जा सकती है। इसलिए समय-समय पर स्टेटस चेक करते रहें। साथ ही, अपना मोबाइल नंबर और ईमेल हमेशा एक्टिव रखें ताकि किसी भी केवायसी अलर्ट को मिस न करें। केवायसी अपडेट रखना अब विकल्प नहीं, जरूरत है। ऑनलाइन प्रक्रिया तेज, आसान और सुविधाजनक है। सही समय पर इसे अपडेट करेंगे तो आपका निवेश बिना रुकावट चलता रहेगा।
(प्रियंका कुमारी)