ट्रेन का फर्स्ट, सेकंड और थर्ड एसी कोच: जानिए इनके बीच का अंतर? किसमें मिलती हैं कौन-कौन सी सुविधाएं
AC Coaches difference in Train: ट्रेन में फर्स्ट, सेकंड और थर्ड एसी कोच सुविधाओं के मामले में एकदम अलग होते हैं। जानते हैं इनके बीच का अंतर।
ट्रेन के फर्स्ट, सेकंड और थर्ड एसी कोच के बीच का अंतर।
AC Coaches difference in Train: भारतीय रेलवे हर दिन करोड़ों यात्रियों को देशभर में सफर करने की सुविधा देता है। कम बजट में लंबा सफर करने का जरिया बनने के साथ ही ट्रेनें अब आराम और लग्जरी का पर्याय भी बन चुकी हैं। खासकर जब बात एसी डिब्बों की होती है, तो यात्रियों को अपनी सहूलियत और बजट के मुताबिक कई ऑप्शन मिलते हैं। एसी डिब्बों में फर्स्ट, सेकंड और थर्ड एसी कोच होते हैं, जिनमें किराए से लेकर सुविधाओं तक में बड़ा फर्क होता है।
अक्सर लोग सिर्फ किराए के आधार पर एसी कोच का चुनाव करते हैं, लेकिन यह जानना भी जरूरी है कि कौन-से कोच में क्या सुविधाएं मिलती हैं। इससे न केवल आपका सफर आरामदायक बनेगा, बल्कि आप सही वैल्यू फॉर मनी भी सुनिश्चित कर पाएंगे। तो आइए समझते हैं तीनों एसी कोच में क्या फर्क है।
थर्ड एसी (3AC): सस्ती और सीमित सुविधा
थर्ड एसी कोच में एक तरफ तीन-तीन सीटों की बर्थ होती हैं और साइड में भी ऊपर-नीचे दो बर्थ होती हैं। इसका सेटअप स्लीपर क्लास की तरह होता है, लेकिन फर्क यह है कि इसमें एयर कंडीशनिंग होती है। यात्री को चादर, तकिया और कंबल दिए जाते हैं, जो स्लीपर में नहीं मिलते। हालांकि यहां पर ज्यादा भीड़ होती है और प्राइवेसी कम मिलती है।
उदाहरण के लिए, दिल्ली से भोपाल तक का थर्ड एसी का किराया ₹1080 के आसपास होता है। यह स्लीपर से लगभग ढाई गुना महंगा होता है, लेकिन सुविधा भी स्लीपर से बेहतर मिलती है।
सेकंड एसी (2AC): संतुलन का विकल्प
सेकंड एसी में सिर्फ दो बर्थ होती हैं – ऊपर और नीचे। बीच की बर्थ नहीं होती, जिससे बैठने और उठने में आसानी रहती है। साइड बर्थ भी दो ही होती हैं। यहां पर्दे होते हैं जो प्राइवेसी देते हैं। स्पेस ज्यादा होता है और भीड़ भी थर्ड एसी से कम होती है। यात्रियों को साफ-सुथरे कंबल, तकिया और चादर मिलते हैं।
सेकंड एसी में सफर आरामदायक होता है, लेकिन फर्स्ट एसी की तुलना में कम महंगा होता है। दिल्ली से भोपाल तक सेकंड एसी का किराया लगभग ₹1550 से ₹1700 तक हो सकता है। यह उन लोगों के लिए बेस्ट है जो आराम चाहते हैं लेकिन बहुत ज्यादा खर्च नहीं करना चाहते।
फर्स्ट एसी (1AC): पूरी प्राइवेसी और bलग्जरी
फर्स्ट एसी भारतीय रेलवे का सबसे प्रीमियम कोच होता है। इसमें कुल 8 कैबिन या कूपे होते हैं – एक कैबिन में चार यात्री और एक कूपे में दो यात्री होते हैं। साइड बर्थ नहीं होती, जिससे सफर के दौरान पूरी प्राइवेसी मिलती है। दरवाजे बंद होते हैं और माहौल शांत रहता है।
इस कोच में यात्रियों को चाय, कॉफी, नाश्ता और खाना मुफ्त दिया जाता है। सफाई और सुविधा का विशेष ध्यान रखा जाता है। दिल्ली से भोपाल तक फर्स्ट एसी का किराया ₹2500 से ₹2600 के बीच हो सकता है। यह थर्ड एसी से करीब ढाई गुना महंगा होता है, लेकिन सुविधाएं भी उतनी ही बेहतर होती हैं।
अगर आप कम बजट में एसी सफर चाहते हैं तो थर्ड एसी एक अच्छा विकल्प है। बेहतर स्पेस और प्राइवेसी चाहिए तो सेकंड एसी बेस्ट है। लेकिन अगर लग्जरी और पूरा आराम चाहिए, तो फर्स्ट एसी से बेहतर कुछ नहीं। अपने बजट और सुविधा के अनुसार इन कोचों में से चुनाव कर आप रेलवे सफर को यादगार बना सकते हैं।