8th Pay Commission में क्या बंद होने वाला है HRA-DA? सरकार ने दिया जवाब

8वें वेतन आयोग को लेकर कर्मचारियों में उत्सुकता बढ़ती जा रही है। केंद्र सरकार ने हाल ही में 8th Pay Commission के लिए टर्म्स ऑफ रेफरेंस (ToR) को मंजूरी दे दी है

Updated On 2025-11-21 13:30:00 IST

8th Pay Commission

(एपी सिंह) 8वें वेतन आयोग को लेकर कर्मचारियों में उत्सुकता बढ़ती जा रही है। केंद्र सरकार ने हाल ही में 8th Pay Commission के लिए टर्म्स ऑफ रेफरेंस (ToR) को मंजूरी दे दी है, जिसके बाद यह साफ हो गया है कि आयोग जल्द ही काम शुरू करेगा और लगभग 18 महीनों के भीतर अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप देगा। इस बीच केंद्रीय कर्मचारियों के बीच एक बड़ा सवाल तेजी से फैल रहा है-क्या 8वें वेतन आयोग में HRA और DA जैसे भत्ते बंद कर दिए जाएंगे? सोशल मीडिया पर इस बारे में तरह-तरह की खबरें चल रही हैं। जिससे कर्मचारी और पेंशनर्स भ्रम में पड़ गए हैं।

पूर्ववत जारी रहेंगे कर्मचारियों को मिलने वाले सभी लाभ

विशेषज्ञों और सरकारी अधिकारियों ने इस मुद्दे पर अपनी राय रखी है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि TA-DA, HRA और अन्य सभी भत्ते पहले की तरह मिलते रहेंगे। 8वें वेतन आयोग लागू होने में अभी समय है, और तब तक मौजूदा 7वें वेतन आयोग के नियम ही लागू रहेंगे। इसका मतलब है कि कर्मचारी वर्तमान संरचना में सभी भत्ते प्राप्त करते रहेंगे। महंगाई भत्ता (DA) भी अपनी पुरानी प्रणाली के अनुसार हर 6 महीने में बढ़ता रहेगा। अगर हर बार DA में औसतन 4% की बढ़ोतरी हुई तो आने वाले 18 महीनों में DA कुल 12% और बढ़ जाएगा। अभी केंद्रीय कर्मचारियों को 58% डीए मिल रहा है, जो भविष्य में 70% तक पहुंच सकता है।

वित्तमंत्रालय ने कहा पूर्ववत जारी रहेंगे सभी लाभ

सोशल मीडिया पर चल रही अनेक खबरों में दावा किया जा रहा है कि 8वें वेतन आयोग के लागू होने के बाद रिटायर्ड कर्मचारियों और पेंशनर्स का DA या आयोग से मिलने वाले अन्य लाभ खत्म कर दिए जाएंगे। इस पर वित्त मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि ऐसी कोई योजना नहीं है जिसमें DA या HRA जैसे भत्ते बंद किए जाएं। मंत्रालय के अनुसार Finance Act 2025 का भी इन पर कोई असर नहीं पड़ेगा और सभी भत्ते पहले की तरह ही जारी रहेंगे। सरकार के इस बयान से यह पूरी तरह साफ हो गया है कि 8वें वेतन आयोग के बाद भी HRA, DA और अन्य भत्ते बंद नहीं होंगे और कर्मचारियों को चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है।

Tags:    

Similar News