Car Tips: कार को चोरी से बचाएगा ये उपाय, जानें कैसे काम करता है लॉकिंग सिस्टम?

Car Tips: इंजन लॉकिंग सिस्टम आपकी कार में लगा एक इलेक्ट्रॉनिक सुरक्षा फीचर है जो इंजन को केवल तभी स्टार्ट होने की अनुमति देता है जब उसे सही चाबी, कोड या अधिकृत सिग्नल मिले।

Updated On 2025-07-07 21:26:00 IST

Car Tips: कार हमेशा से सिर्फ सफर का माध्यम नहीं रही, बल्कि यह हमारी मेहनत, भावनाओं और सुरक्षा से भी जुड़ी है। सोचिए अगर आपकी महंगी कार किसी चोर के हाथों कुछ ही मिनटों में चोरी हो जाए तो कैसा महसूस होगा? इस चिंता को खत्म करने के लिए ऑटोमोबाइल कंपनियां और तकनीक फर्में लगातार नई सुरक्षा तकनीकें पेश कर रही हैं। इनमें से एक बेहद प्रभावी तकनीक है इंजन लॉकिंग सिस्टम, जो आपकी कार को चोरी से बचाने में अहम भूमिका निभाता है।

इंजन लॉकिंग सिस्टम क्या है?

इंजन लॉकिंग सिस्टम एक इलेक्ट्रॉनिक सुरक्षा फीचर है जो कार के इंजन को केवल तभी स्टार्ट होने की अनुमति देता है जब उसे सही चाबी, कोड या अधिकृत सिग्नल मिले। इसका मतलब ये है कि भले ही कोई चोर आपकी कार का लॉक तोड़ ले, तब भी वह इंजन को चालू नहीं कर पाएगा। यह सिस्टम केवल असली चाबी या अधिकृत सिग्नल से ही कार को स्टार्ट होने देता है। चोरी की कोशिश होने पर इंजन तुरंत ब्लॉक हो जाता है। साथ ही, आप मोबाइल ऐप या रिमोट के माध्यम से कहीं से भी इंजन को लॉक या अनलॉक कर सकते हैं और कार की लोकेशन भी आसानी से ट्रैक कर सकते हैं। इस तकनीक को पुरानी कारों में भी इंस्टॉल किया जा सकता है।

कैसे काम करता है लॉकिंग सिस्टम?

यह सिस्टम कार के ECU (इलेक्ट्रॉनिक कंट्रोल यूनिट) से जुड़ा होता है, जिसे कार का गेटकीपर माना जा सकता है। ECU तब तक इंजन को स्टार्ट नहीं होने देता जब तक उसे सही पहचान न मिल जाए। आमतौर पर इसमें RFID चिप लगी होती है, जो चाबी या स्मार्ट डिवाइस में होती है। सही सिग्नल मिलने पर ही इंजन चालू होता है। इसके अलावा GPS ट्रैकर के जरिए कार की रियल-टाइम लोकेशन पता की जा सकती है और मोबाइल ऐप से आप इंजन को दूर से लॉक या अनलॉक कर सकते हैं।

कार को चोरी से बचाने के उपाय

कार को केवल लॉक करने पर भरोसा न करें, बल्कि इंजन लॉकिंग सिस्टम का भी इस्तेमाल करें। जब भी कार पार्क करें, खासकर सुनसान या भीड़भाड़ वाले इलाकों में, तो मोबाइल ऐप से इंजन लॉक कर देना चाहिए। अपनी कार में GPS ट्रैकर लगवाएं ताकि जरूरत पड़ने पर उसकी लोकेशन तुरंत ट्रैक की जा सके। अगर आपकी कार में यह फीचर नहीं है, तो आफ्टरमार्केट में इसे जरूर लगवाने पर विचार करें।

(मंजू कुमारी)

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