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Delhi MCD Election: दिल्ली नगर निगम चुनाव स्थगित होने के बाद से सियासत गरमा गई है। इस मसले पर आप और बीजेपी के नेता आमने-सामने आ गए हैं। इस बीच मेयर शैली ओबेरॉय ने बीजेपी को दलित विरोधी बता दिया है।

Politics on Mayor Elections: दिल्ली नगर निगम के मेयर चुनाव को उपराज्यपाल ने 25 अप्रैल को स्थगित कर दिया। इसको लेकर आज एमसीडी सदन में आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के पार्षदों ने जमकर हंगामा किया। इस दौरान दोनों पार्टी के पार्षदों ने एक दूसरे पर आरोप भी लगाए। आप (AAP) और बीजेपी के पार्षद प्ले कार्ड लेकर प्रदर्शन किया। दोनों तरफ के पार्षद मेज पर चढ़कर सदन के अंदर हंगामा किया। इस दौरान बीजेपी के पार्षद एमसीडी सदन में नाचते दिखाई दिए। वहीं, अब आम आदमी पार्टी ने जहां बीजेपी को दलित विरोधी बताया है।

आप ने बीजेपी को बताया दलित विरोधी 

आप नेताओं का कहना है कि भाजपा मेयर चुनाव नहीं होने देना चाहती है। वह दलित समाज को मेयर नहीं बनने देना चाहती है। आप पार्षदों ने दिल्ली नगर निगम स्थित सिविल सेंटर में डॉ. बीआर अंबेडकर की प्रतिमा के सामने विरोध-प्रदर्शन किया। इस हंगामे की वजह से आज होने वाली बैठक स्थगित कर दी गई। आप पार्षदों के हाथ में 'दलित विरोधी बीजेपी' लिखा हुआ का पोस्टर भी दिखाई दिया।

क्या बोलीं शैली ओबेरॉय

इस बीच दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि आज मेयर चुनाव की परमिशन इलेक्शन कमीशन ने दे दी थी। लेकिन 25 अप्रैल को उपराज्यपाल ने चुनाव को स्थगित कर दिया। उन्होंने कहा कि मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव की फाइल को एलजी ने चुनी हुई सरकार को बाईपास करके अधिकारियों द्वारा फाइल उपराज्यपाल के पास पहुंच जाती है, जिसमें वह फाइल संबंधित मंत्री के पास भी नहीं जाती है।

लेकिन गुरुवार एलजी ने उस फाइल के जवाब पर लिखा कि सीएम केजरीवाल की अनुमति के बिना उनके पास प्रीसाइडिंग ऑफिसर को चुनने की कोई पावर नहीं है। मेयर ने कहा कि सबको पता है कि हर साल दिल्ली में मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव होता है। सबको पता है कि इस बार दलित मेयर बनेगा। लेकिन बीजेपी वाले नहीं चाहते कि दलित समाज का कोई व्यक्ति MCD का मेयर बने और इसलिए उन्होंने संविधान के खिलाफ जाकर आज होने वाले चुनाव को रद्द करवा दिया। वहीं, आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि मेयर पद पर बीजेपी एक दलित व्यक्ति को बैठे देखना नहीं चाहती और इसलिए इन्होंने चुनाव ही रद्द करवा दिए। वह दलितों और पिछड़ों को मिलने वाला आरक्षण और संविधान को खत्म करना चाहती है।

बीजेपी प्रवक्ता ने पूछे सवाल

दिल्ली मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव स्थगित होने के बाद आप के आरोपों पर बीजेपी के प्रवक्ता ने आप नेताओं से सवाल किया है। दिल्ली बीजेपी प्रवक्ता प्रवीण शंकर ने कहा कि मेयर चुनाव के लिए विवाद करने से पहले आप नेता बताएं कि बिना पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति के चुनाव क्यों घोषित किया गया। उन्होंने कहा कि इसी तरह विधानसभा अध्यक्ष द्वारा विधायकों का नगर निगम में नामांकन भी विवादित है। क्योंकि नियमानुसार फाइल पर सीएम की साइन होना जरूरी है। इस बार यह नहीं है। प्रवीण शंकर ने आगे कहा कि यह सच है कि निगमायुक्त एवं निगम सचिव नहीं चाहते थे कि बिना सभी स्वीकृतियों के चुनाव घोषणा करवाई और उसी का परिणाम है कि अब चुनाव को लेकर समस्या आ रही है।

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चुनाव टलने के बाद आगे क्या होगा

गौरतलब है कि मेयर चुनाव को स्थगित कर दिया गया है। ऐसे में अब दो सवाल उठने लगे हैं। पहला सवाल यह है कि अब चुनाव कब होगा। दूसरा सवाल है कि तब नगर निगम का काम कैसे चलेगा। शहरी विकास विभाग की स्पेशल सेक्रेटरी ने एमसीडी कमिश्नर को लिखे पत्र में यह स्पष्ट कि जब से चुनाव नहीं होगा, तब तक मौजूदा मेयर और डिप्टी मेयर इसकी जिम्मेदारी को संभालेंगे।

वहीं, अब दूसरे सवाल की बात करें कि आखिर चुनाव कब और कैसे होगा। नियमों के अनुसार पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति के प्रस्ताव की फाइल शहरी विकास मंत्री से मुख्यमंत्री के पास से जाती है। ऐसे में फाइल पर जब तक सीएम की अनुशंसा मिलने का रास्ता साफ नहीं होता है, तब तक चुनाव होने की संभावना भी कम है।

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