Yemen Houthis Strike India Bound Oil Tanker: लाल सागर में यमन समर्थित हूती विद्रोहियों का आतंक खत्म नहीं हो रहा है। हूती विद्रोहियों ने एक बार फिर एक कमर्शियल शिप को अपना निशाना बनाया है। रायॅटर्स के मुताबिक, लाल सागर में एंड्रोमेडा स्टार ऑयल टैंकर को हूतियों ने मिसाइल से टारगेट किया है। यह टैंकर भारत आ रहा था। हमले में जहाज क्षतिग्रस्त भी हो गया। ब्रिटिश समुद्री सिक्योरिटी फर्म एंब्रे ने इसकी पुष्टि की है। फर्म ने बताया कि जहाज के मालिक ने बताया है कि हमले में टैंकर को काफी नुकसान पहुंचा है। 

यमन के हूती विद्रोही गाजा युद्ध में इजरायल से लड़ने वाले फिलिस्तीनियों का समर्थन कर रहे हैं। इसलिए वे क्षेत्र में कमर्शियल शिप पर हमला कर रहे हैं। इससे व्यापार पर काफी असर पड़ रहा है। 

रूस से जुड़ा टैंकर, गुजरात के वाडिनार आ रहा था
हूती प्रवक्ता याह्या सारेया ने कहा कि पनामा झंडा लगा जहाज ब्रिटिश स्वामित्व वाला था, लेकिन एलएसईजी डेटा और एंब्रे के अनुसार शिपिंग डेटा से पता चला है कि इसे हाल ही में बेचा गया था। इसका वर्तमान मालिक सेशेल्स रजिस्टर्ड है। टैंकर रूस से जुड़े व्यापार में लगा हुआ है। एंब्रे ने कहा यह रूस के प्रिमोर्स्क से भारत में गुजरात में स्थित वाडिनार जा रहा था। 

इससे पहले शुक्रवार, 26 अप्रैल को हूतियों ने दावा किया था कि उन्होंने यमन के सादा प्रांत के हवाई क्षेत्र में एक अमेरिकी एमक्यू-9 ड्रोन को मार गिराया है। 

इन देशों के जहाजों को निशाना बना रहे हूती
फिलहाल, एंड्रोमेडा स्टार पर हमला हूतियों ने एक संक्षिप्त संघर्ष विराम के बाद हमला किया है। हूती लगातार इजराइल, संयुक्त राज्य अमेरिका और ब्रिटेन से जुड़े जहाजों को अपना निशाना बना रहे हैं। यूएसएस ड्वाइट डी. आइजनहावर विमानवाहक पोत कमर्शियल शिपिंग की सुरक्षा के लिए अमेरिकी नेतृत्व वाले गठबंधन की सहायता करने के बाद शुक्रवार को स्वेज नहर के माध्यम से लाल सागर से बाहर निकला।

प्रतीकात्मक इमेज।

बीते साल नवंबर से हूतियों का हमला जारी
ईरान-गठबंधन हूती उग्रवादियों ने पिछले साल नवंबर के बाद से लाल सागर, बाब अल-मंदाब और अदन की खाड़ी में कई जहाजों को ड्रोन और मिसाइल से टारगेट किया है। इससे जहाजों को लंबी दूरी तय करनी पड़ रही है। जहाजों को दक्षिणी अफ्रीका से होकर गुजरना पड़ रहा है। यह यात्रा लंबी और अधिक महंगी है। मजबूरन माल भेजने के लिए लंबी और महंगी यात्रा के लिए देशों को मजबूर होना पड़ा है।