What is Symbiosexuality: किसी सेट कपल के प्रति क्यों होता है सेक्सुअल अट्रैक्शन? रिसर्च में हुआ चौंकाने वाला खुलासा

Symbiosexual Relationships
X
Symbiosexual Relationships
What is Symbiosexuality: शोधकर्ता डॉ. सैली डब्ल्यू. जॉनस्टन की स्टडी "द प्लेज़र स्टडी" के डेटा पर आधारित है, जो जेंडर, सेक्सुअल अट्रैक्शन, रिलेशनशिप के पैटर्न, कल्चरल बैकग्राउंड और कलपल्स के साथ विशेष अनुभवों के पहलुओं की जांच करती है।

What is Symbiosexuality: सिएटल यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के एक अध्ययन में खुलासा हुआ है कि लोग एक पहले से सेटल कपल की ओर आकर्षित हो सकते हैं। इस तरह के आकर्षण को 'सिंबायोसेक्सुएलिटी' कहा जाता है, जहां एक व्यक्ति किसी पहले से मौजूद रिश्ते के प्रति रोमांटिक और सेक्सुअल अट्रैक्शन फील करने लगता है। यह रिसर्च 'आर्काइव्स ऑफ़ सेक्सुअल बिहेवियर' मैगजीन में पब्लिश हुई है।

'ह्यूनम अट्रैक्शन और सेक्सुअल डिजायर सीमित नहीं'
शोध की लेखिका डॉ. सैली डब्ल्यू. जॉनस्टन का कहना है कि हमें इस मान्यता पर दोबारा सोचने की जरूरत है कि ह्यूनम अट्रैक्शन (मानवीय आकर्षण) और सेक्सुअल डिजायर (यौन इच्छा) केवल एक व्यक्तिय तक सीमित नहीं होती हैं। डॉ. जॉनस्टन ने पहले "यूनिकॉर्न" के तौर पर पहचाने जाने वाले व्यक्तियों पर शोध में इस तरह के रिश्तों (रिलेशनशिप्स) का अनुभव किया, जहां कोई व्यक्ति एक जोड़े के साथ अंतरंगता का लुत्फ तो लेता है, लेकिन रिश्ते के अन्य पहलुओं में शामिल नहीं होता।

Symbiosexual Relationships की खास बातें

  • डॉ. जॉनस्टन ने पाया कि ऐसे रिश्तों में तीसरे साथी के साथ अक्सर गलत बर्ताब किया जाता है, उन्हें किसी इस्तेमाल करने लायक वस्तु के तौर पर देखा जाता है और उनके साथ निष्पक्षता नहीं बरती जाती है। उनका मौजूदा अध्ययन "द प्लेज़र स्टडी" के डेटा पर आधारित है, जो जेंडर, सेक्सुअल अट्रैक्शन, रिलेशनशिप के पैटर्न, कल्चरल बैकग्राउंड और कलपल्स के साथ विशेष अनुभवों के पहलुओं की जांच करता है।
  • इस अध्ययन में 373 प्रतिभागियों में से 145 ने इस तरह के 'सिंबायोसेक्शुएलिटी' अट्रैक्शन का अनुभव किया। ज्यादातर प्रतिभागियों ने खुद को क्वीर और पॉलीअमोरस के तौर पर देखा। ये प्रतिभागी ज्यादातर गोरे, मिडिल क्लास और ग्रेजुएट थे।

सिंबायोसेक्शुअल लोगों के क्या हैं लक्षण?
डॉ. जॉनस्टन का कहना है- "ऐसे लोग भी हैं जो सिंबायोसेक्शुअल अट्रैक्शन का अनुभव करते हैं, यानी वे उस एनर्जी, मल्टीडायमेंशियलिटी और पॉवर की ओर आकर्षित होते हैं, जो दूसरे लोगों के बीच के रिलेशनशिप में होती है।" ज्यादातर सिंबायोसेक्शुअल लोग बहिर्मुखी (एक्सट्रोवर्ट) होते हैं और नजदीकियों, प्यार और केयर का आनंद लेते हैं, और उन्हें ईर्ष्या या जलन का कम अनुभव होता है।

सिंबायोसेक्शुअल रिलेशनशिप्स, फिल्मों में भी दिखी
हाल ही में ज़ेंडाया की फिल्म "चैलेंजर्स" ने पॉलीअमोरी और "थ्रपल्स" की अवधारणा को फिर से चर्चा में ला दिया है। फिल्म में ज़ेंडाया का किरदार 2 पुरुषों के साथ एक गहरे लव ट्रायंगल में उलझ जाता है। इसके अलावा "गॉसिप गर्ल" और "टाइगर किंग" जैसे शो में भी सिंबायोसेक्शुअल रिलेशनशिप्स को दिखाया गया है।

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo
Next Story