MP Tourist Places: मध्यप्रदेश को देश का हृदय प्रदेश कहा जाता है। यहां घूमने के लिए विभिन्न पर्यटक स्थल मौजूद हैं। इस राज्य में देश, विदेश से लाखों की संख्या में पर्यटक घूमने के लिए आते हैं। प्रदेश में गर्मी के समय घूमने के लिए अनेकों प्राचीन मंदिर, नदियां,  झीलों, किलों और वन विहार जैसे पर्यटक स्थलों की भरमार है। यह राज्य प्रकृतिक और खूबसूरत ऐतिहासिक स्थलों को समेटा हुआ है। इस प्रदेश के हर पर्यटक स्थल पर प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में जन सैलाब घूमने आते हैं। जो भारती संस्कृति का आनंद उठाते हैं और गर्मी की छुट्टी में यादगार पल बनाते हैं। जनसैलाबियों के लिए इस राज्य की अपने आप में एक कहानी है। गर्मी की छुट्टियों में आप मध्यप्रदेश की इन चार जगहों में घूमने जा सकते हैं और खूब एन्जॉय कर छुट्टियों को यादगार बना सकते हैं।

खजुराहो
मध्यप्रदेश का छतरपुर जिला पर्यटकों के लिए खूबसूरत माना जाता है। यह क्षेत्र मंदिरों, झीलों और अभयारण्य के लिए जाना जाता है। छतरपुर के खजुराहों में कुल 85 मन्दिर हैं। जो 12वीं शताब्दी में स्थापित किया गया था। मौजूदा समय में केवल 25 मन्दिर ही बची हैं। विश्वनाथ मंदिर खजुराहो का सबसे विशाल मंदिर है। वहीं चंद किमी दूर केन घड़ियाल अभयारण्य, रनेह वाटर फॉल प्राकृतिक धरोहर को समेटा हुआ है। लोग यहां पिकनिक और पार्टी करने पहुंचते हैं। यहां के रिसॉर्ट और होटल पर्यटकों से भरे रहते हैं। खजुराहों प्रेमी जोड़ों के लिए मशहूर है। यहां 12 महीने भीड़ बनी रहती है। खजुराहो को यूनेस्को विश्व धरोहर में भारत को एक धरोहर के रूप में शामिल किया गया है।

हनुवंतिया टापू
मध्यप्रदेश के खण्डवा में हनुवंतिया टापू  स्थित है। यहां गर्मियों की छुट्टियों में घूमने के लिए लोग जाते हैं। यह हनुवंतिया द्वीप एमपी के खुशहाल द्वीपों में एक है। इस टापू को विश्व में सबसे बड़े जलस्थल की मान्यता दी गई है। दुनिया के विभिन्न हिस्सों से यहां पर्यटक घूमने और जन सैलाब का मजा लेने आते हैं। लोग हनुवंतिया टापू में स्फूर्तिदायक अनुभव के लिए बने रहते हैं। जिनमें जेट स्कीइंग, वाटर स्पोर्ट्स एक्टिविटीज, ट्रेकिंग, फ्लोटिंग, बर्ड वॉचिंग ज़ोरबिंग, मोटरबोटिंग राइडिंग करना आदि शामिल है। हवाई उड़ान के लिए रस्सी झूले, हॉट एयर बैलूनिंग, ज़िप लाइनिंग और कीचड़ रास्ते से गुजरे या पहाड़ी यात्रा के लिए मोटर पावर के शौकीन के लिए एटीवी सवारी, जीप सफारी का आनंद मिलता है। बच्चों के मनोरंजन के लिए हेलीकाप्टर की सवारी, बैल गाड़ी की सवारी और जंगल सफारी के अलावा इनडोर गेम शामिल किए गए हैं। पर्यटक यहां दो-तीन दिन रूककर पर्यटन का आनंद लेते हैं। मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम द्वारा, हनुवंतिया द्वीप पर्यटन स्थल के रूप में सामने आया है। यहां हर वर्ष जल महोत्सव मनाया जाता है। 

रानी रूपमती किला (मांडू)
माण्डू धार जिले से तकरीबन 35 किमी की दूरी पर है। यहां पर्यटकों को घूमने के लिए विभिन्न ऐतिहासिक इमारतें हैं। माण्डू में रूपमती का महल, जहाज महल, जामा मस्जिद, हिंडोला महल, अशरफी महल जैसे ऐतिहासिक स्थल मौजूद हैं। यह स्थान अद्भुत किले के लिए प्रसिध्द है। ये किला 82 किलोमीटर की परिधि में है। यहां चालीस से अधिक ऐतिहासिक इमारतें है। जिन्हें तीन भागों में बाटा गया है। यहां केंद्रीय समूह, रीवा कुण्ड समूह और एन्कलेव समूह हैं। यहां माण्डू का किला राजा बाज बहादुर और रानी रूपमती के प्रेम की निशानी मिलती है। लगभग 20 हजार फिट ऊंचे इस किले को रानी रूपमती किले के नाम से जाना जाता है।

पंचमढ़ी
मध्यप्रदेश का पंचमढ़ी हिल स्टेशन खूबसूरत पर्यटकों में से एक है। यहां प्राकृतिक सौंदर्य की गोद में पर्यटकों का आवागमन बना रहता है। यह सतपुड़ा की पहाड़ियों के बीच समुद्र से 3550 फिट की ऊंचाई पर है। हरे-भरे और शांत प्राकृतिक के बीच पंचमढ़ी में बहुत सी नदियां और झरनों के गीत सैलानियों के मंत्रमुग्ध कर देते हैं। यहां बड़ी संख्या में तेंदुआं और बाइसन का घर है। स्थानीय लोगों का मानना है कि पाण्डव वनवास के समय यहां ठहरे थे। साफ सुथरी और हवादार गुफा को द्रोपदी कुटी नाम से जाना जाता है, वहीं अंधेरी गुफा को भीम कोठरी नाम से जानते हैं। इसके समीप ही एक प्राकृतिक शिवलिंग और जटाशंकर मार्ग पर हनुमान मंदिर है। वहीं परी ताल मार्ग पर झरना, तालाब गोताखोरी के लिए अच्छा माना जाता है। इस तालाब को पंचमढ़ी का सबसे अच्छा तालाब माना जाता है। पंचमढ़ी प्राकृतिक धरोहरों की खूबसूरती समेटे हुआ है। गर्मी की छुट्टियां मनाने के लिए पर्यटक पंचमढी को चुनते हैं।

इक्षांत उर्मलिया