Poonch Terrorist Attack: जम्मू कश्मीर के पुंछ में आतंकी हमले में शहीद छिंदवाड़ा के विक्की पहाड़े का आज गृह ग्राम नोनिया करबल में अंतिम संस्कार होगा। आज सुबह नागपुर से सेना के हेलिकॉप्टर से पार्थिव देह इमलीखेड़ा हवाई पट्टी (छिंदवाड़ा) लाई गई। यहां से विशेष वाहन के जरिए नागपुर रोड होते हुए परासिया रोड से नोरिया करबल पहुंचेगी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी जवान को श्रद्धांजलि देने पहुंचेंगे।
चार मई को जवानों पर हुआ था आतंकी हमला
बता दें कि चार मई को शाम को पुंछ में एयरफोर्स के जवानों पर आतंकी हमला हुआ था। 5 जवान घायल हुए थे। सभी को एयरलिफ्ट कर उधमपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 4 मई की देर रात विक्की पहाड़े का निधन हो गया था। उनके पार्थिव शरीर को रविवार रात 7.30 बजे जम्मू एयरपोर्ट से विशेष विमान के जरिए नागपुर एयरपोर्ट लाया गया।
इन रास्तों से निकलेगी अंतिम यात्रा
जानकारी के मुताबिक, जवान की अंतिम यात्रा परासिया नाका, सत्कार तिराहा, जेल तिराहा, अमित ठेंगे चौक से जेल तिराहा, फव्वारा चौक, गोल गंज, छोटी बाजार, पुराना पावर हाउस, खिरका मोहल्ला, दुर्गा माता मंदिर चौक होते हुए पतालेश्वर मोक्षधाम पहुंचेगी। जवान की शहादत पर पत्नी रीना और जवान की मां दुलारी के आंसू नहीं थम रहे हैं।
बेटे के जन्मदिन में आने वाले थे
बता दें कि नोनिया करबल के रहने वाले विक्की 5 साल के बेटे का जन्मदिन मनाने के लिए 7 मई को छिंदवाड़ा आने वाले थे। 15 दिन पहले ही छोटी बहन की गोद भराई की रस्म थी। इसके लिए 1 महीने की छुट्टी लेकर आए थे। चुनाव ड्यूटी के चलते ही कुछ दिन बाद 18 अप्रैल को ही विक्की छिंदवाड़ा से ड्यूटी पर लौटे थे।
एक करोड़ की सहायता राशि
छिंदवाड़ा के शहीद जवान विक्की पहाड़े के परिजनों को एक करोड़ की सहायता राशि प्रदान की जाएगी। राज्य शासन स्वीकृति के लिए चुनाव आयोग को प्रस्ताव भेजा जाएगा। देश भक्ति की दिल में अलख जगाकर मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राणों को न्योछावर करने वाले देश के अमर जवान कॉर्पोरल विक्की पहाड़े को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और छिंदवाड़ा सांसद नकुलनाथ ने विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की है।
2011 बैच के एयरफोर्स अफसर थे
शहीद विक्की की प्राथमिक शिक्षा नगर में ही हुई। माध्यमिक से लेकर हायर सेकेंडरी तक की पढ़ाई विक्की ने सिंगोड़ी नवोदय विद्यालय में पूरी की। कक्षा 12वीं की पढ़ाई के बाद ही विक्की देश सेवा के लिए एयरफोर्स में भर्ती हो गए। एक सितंबर 1990 को शहीद विक्की का जन्म हुआ। वर्तमान समय में शहीद विक्की सिर्फ 33 वर्ष के थे। शहीद विक्की वर्ष 2011 बैच के एयरफोर्स अफसर थे। परिवार में मां दुलारी, पत्नी रीना और 5 साल का बेटा हार्दिक है। पिता दिमाक चंद का निधन हो चुका है। तीन बहनों की शादी हो चुकी है।