Bandhavgarh Tiger Reserve: बाघों के लिए विश्व प्रसिद्ध मध्यप्रदेश के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से वन्य प्राणियों के लिए खुश कर देने वाली खबर आई है। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में नया मेहमान आया है। सोनपुर बिहार के मेले से खरीदकर लाई गई मादा हाथी अनारकली ने अपनी चौथी संतान को जन्म दिया है। अनारकली ने आमानाला हाथी कैंप में नर हाथी को जन्म दिया है। अनारकली की पहले से तीन संतानें हैं। उमरिया स्थित बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने बताया कि अनारकली और उसका बच्चा दोनों ही स्वस्थ हैं। अनारकली की पहली तीन संतानों के नाम संतान सूर्या, गणेश और लक्ष्मी हैं।
डॉक्टरों की टीम निगरानी में जुटी
जानकारी के मुताबिक, अनारकली ने आमा नाला कैंप में बुधवार सुबह 6.15 में बच्चे को जन्म दिया है। बच्चे के जन्म की जानकारी के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में खुशी का माहौल है। डॉक्टरों की टीम निगरानी में जुटी है। अनारकली के खान-पान पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। बच्चे के पिता हाथी गौतम को कैंप की सुरक्षा के लिए तैनात किया गया है। बीट गार्ड, चारा कटर सहित महावत 24 घंटे कैंप में रहकर हथिनी और बच्चे की निगरानी करेंगे।
78 साल का गौतम सबसे उम्रदराज
बता दें कि बांधवगढ़ के 14 हाथियों में 9 नर और 5 मादा हैं। नरों में गौतम 78 सबसे उम्रदराज है। जिसका जन्म आजादी के पहले 1946 में हुआ था। गौतम को कान्हा टाइगर रिजर्व से 1978 में लाया गया था। मादा हाथी में 60 साल की अनारकली सबसे बुजुर्ग है। अनारकली का जन्म 1964 में हुआ था। इसे सोनपुर बिहार के मेले से खरीदा गया था।
अभी नाम करण होना बाकी
अन्य नरों में श्याम 41, रामा 38, सुंदर गज 38, लक्ष्मण 27, अष्टम 22, नील 21, सूर्या 12 और गणेश 9 साल का है। मादाओं में काजल 46, बांधवी 13, पूनम 11 और नन्ही लक्ष्मी 6 वर्ष की है। अब बांधवगढ़ के मादा हाथियों में सबसे बुजुर्ग अनारकली का बीती रात बच्चा जन्मा है, जिसका अभी नामकरण होना बाकी है।