Gurugram wall Collapseहरियाणा के गुरुग्राम में एक बड़ा हादसा हो गया है। यहां मदनपुरी स्थित श्मशान घाट के पीछे के गेट की दीवार ढह गई। बताया जा रहा है कि मलबे में दो बच्चों समेत वहां मौजूद छह लोग दब गए। हादसे में अभी तक पांच लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। उधर, गुस्साए लोगों ने बसई रोड पर जाम लगा दिया है। पुलिस ने श्मशान घाट प्रबंधन के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।  

घटना का CCTV फुटेज आया सामने

इस पूरी घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें साफतौर पर देखा जा सकता है कि कुछ लोग दीवार के साथ गली में कुर्सियों पर बैठे हुए हैं, तभी अचानक दीवार गिर जाती है। दीवार गिरती देख वे अपनी कुर्सियों से उठकर भागने का प्रयास करते हैं, लेकिन बच नहीं पाते हैं। इसके बाद आसपास के लोग मलबा हटाते हुए नजर आए। 

श्मशान घाट की 18 फीट ऊंची दीवार ढह गई

श्मशान घाट की दीवार के मलबे में दबे लोगों को तुरंत गुरुग्राम के निजी अस्पताल ले जाया गया। वहां इलाज के दौरान कृष्णा, पप्पू, मनोज और मासूम बच्ची खुशबू की मौत हो गई। घटना अर्जुन नगर पुलिस चौकी से सटे इलाके में शाम 5 से 6 बजे के बीच हुई। दीवार की ऊंचाई 18 फीट ऊंची बताई जा रही है। 

पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर की जांच

जब हादसा हुआ तो पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच की और शवों को कब्जे में लिया। मौके पर मौजूद अभिशेर का कहना है कि कि यहां दीवार के साथ लकड़ी लगा दी गई है। इससे दीवार झुक गई। कुल लोग गली में दीवार के सहारे बैठे थे। बच्चे पास में ही खेल रहे थे, तभी अचानक से दीवार ढह गई।

श्मशान घाट प्रबंधन के खिलाफ केस दर्ज

बीआर कैटर्स के मालिक दिलीप कुमार की शिकायत के आधार पर पुलिस ने श्मशान घाट प्रबंधन के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। शिकायतकर्ता का कहना है कि दीवार के सामने उनकी दुकान है। दीवार के साथ कुछ बेंच और कुर्सियां लगाई जाती हैं, जहां लोग बैठते हैं। हादसे के वक्त भी लोग दीवार के साथ बैठे थे, लेकिन अचानक दीवार ढह गई। उन्होंने कहा कि इस हादसे के लिए श्मशानघाट प्रबंधन जिम्मेदार हैं, लिहाजा उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। 

आक्रोशित लोगों ने किया प्रदर्शन 

उधर, हादसे से गुस्सा लोगों ने बसई रोड पर सड़क जाम लगा दिया। प्रदर्शनकारियों ने श्मशान घाट प्रबंधन के खिलाफ केस दर्ज करने और पीड़ित परिवारों के लिए मुआवजा राशि देने की मांग रखी। पुलिस लोगों को समझाने में जुटी है। हालांकि श्मशाम घाट प्रबंधन के खिलाफ केस दर्ज होने के बावजूद लोगों का गुस्सा शांत नहीं हुआ है।