फतेहाबाद में जमकर बरसे बदरा: मानसून की दूसरी बारिश से खेत हुए लबालब, किसान निहाल, शहरवासी बेहाल

City roads submerged due to torrential rain in Fatehabad.
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फतेहाबाद में मूसलाधार बारिश से जलमग्न हुई शहर की सड़कें।
फतेहाबाद में बारिश ने पिछली सारी कमी को दूर कर दिया। करीब साढ़े 3 घंटे हुई बारिश से मौसम तो सुहावना हुआ ही, शहर के अधिकांश इलाकों में जलभराव हो गया।

Fatehabad: फतेहाबाद में हुई मूसलाधार बारिश ने पिछली सारी कमी को दूर कर दिया। करीब साढ़े 3 घंटे हुई बारिश से मौसम तो सुहावना हुआ ही, शहर के अधिकांश इलाकों में जलभराव हो गया। शहर के मुख्य बाजार, सड़कें पानी से लबालब नजर आई। वीरवार को फतेहाबाद में 22 एमएम बारिश दर्ज की गई। बता दें कि दिसम्बर से जून तक यहां नाममात्र ही बारिश हुई है। इस कारण गेहूं की फसल भी प्रभावित हुई थी और अब पर्याप्त पानी बरसने से धान की बम्पर बिजाई की उम्मीद जगी है। दोपहर बाद उमस से लोग बेहाल दिखाई दिए।

जलभराव के कारण लोगों को हुई परेशानी

सुबह बारिश से शहर के मुख्य जवाहर चौक पर जलभराव के कारण लोगों व दुकानदारों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। शहर में नेशनल हाइवे, जवाहर चौक, तुलसीदास चौक, धर्मशाला रोड, बीघड़ रोड, भट्टू रोड, रतिया रोड, सिरसा रोड, हिसार रोड, भूना रोड माजरा रोड जैसे मुख्य रास्तों पर पानी भरने से वाहन चालकों को आवागमन में परेशानी हुई। जीटी रोड पर जलभराव के बीच जाम जैसी स्थिति बनी रही। जनस्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की टीम फील्ड में उतर कर जलभराव खत्म करने के प्रयासों में लगी रही। मगर लगातार बारिश होने के कारण स्थिति में सुधार नहीं हो सका। जवाहर चौक, थाना रोड तहसील चौक व अरोड़वंश धर्मशाला रोड पर बारिश के कारण दुकानदार सुबह 10 बजे के बाद भी दुकानें नहीं खोल सके। वहीं बारिश के बाद से शहर में बिजली गुल हो गई।

धान की रोपाई में आई तेजी

जनस्वास्थ्य विभाग के एसडीओ सतपाल रोज ने बताया कि विभाग के कर्मचारियों की टीमें फील्ड में लगी हुई है। बारिश रुकने के बाद तत्काल प्रभाव से जलभराव खत्म किया जाएगा। बारिश के बाद धान की रोपाई में ओर तेजी आ गई। जो किसान ट्यूबवेल व बिजली की किल्लत के कारण धान बिजाई के लिए रूके हुए थे, उन्होंने बरसात के बाद रोपाई का काम तेज कर दिया है। उम्मीद है कि अगले सप्ताह तक धान की रोपाई का काम पूरा हो जाएगा। बता दें कि आमतौर पर फतेहाबाद में बारिश 15 जुलाई के बाद ही आती है। बारिश का क्रम सितम्बर तक चलता है। बीते वर्ष जुलाई में पहाड़ों में बारिश होने से यहां बाढ़ जरूर आई, लेकिन यहां लोकल बारिश सामान्य से कम ही रही। 10 सालों बाद यह पहला चांस है कि जुलाई के पहले सप्ताह ही यहां मूसलाधार मानसून की बारिश हो रही है।

टोहाना में हुई रुक-रुक कर बरसात, शहर हुआ जलमग्न

टोहाना में वीरवार को अलसुबह रुक-रुक हुई बरसात ने जहां गर्मी व उमस भरे मौसम से राहत दिलाने का काम किया, वहीं बरसाती पानी से शहर के चारों ओर जलभराव होने से यातायात बाधित हुआ। बरसाती पानी से जमालपुर रोड, रतिया रोड, रामनगर, पुरानी सब्जी मंडी, मिलन चौक, कैंची चौक, बस स्टैंड रोड, बस स्टैंड परिसर, हिसार रोड, तहसील रोड, अनाज मंडी, चंडीगढ़ रोड, डांगरा रोड, बक्शी गली स्थित कई कालोनियां भी जलमग्न हो गई। कुछ स्थानों में बरसात रूकने के बाद बरसाती पानी की निकासी हो गई, लेकिन उसके बाद भी कई क्षेत्रों में बरसाती पानी सांय तक खड़ा रहने से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

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