कुंडली बॉर्डर पर अब भी राहत नहीं: किसान आंदोलन के चलते 52 दिनों से रास्ता बंद, जनता ने राष्ट्रपति को भेजी शिकायत

Kundli Border of Haryana-Delhi
X
कुंडली बॉर्डर पर अब भी राहत नहीं।
Kundli Border of Haryana-Delhi: हरियाणा-दिल्ली का कुंडली बॉर्डर किसान आंदोलन के चलते एक या दो दिन से नहीं बल्कि 52 दिनों से बंद है। वहीं, जनता ने राष्ट्रपति से इसकी शिकायत की है।

Kundli Border of Haryana-Delhi: हरियाणा-दिल्ली का कुंडली बॉर्डर को किसान आंदोलन के चलते एक या दो दिन से नहीं बल्कि 52 दिनों से बंद है। इस रास्ते पर फिलहाल, रोडवेज बस की ही सुविधा दी जा रही है। इस कारण दिल्ली में पढ़ने के लिए आने वाले विद्यार्थी और स्टाफ सहित कई जिले के व्यापारियों जैसे सोनीपत, कुंडली और राई को व्यापार करने के लिए आने-जाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही, विद्यार्थियों की भी शिक्षा प्रभावित हो रही है।

25 प्रतिशत बढ़ा किराया

कहा जा रहा है कि लंबे जाम के कारण हरियाणा से दिल्ली या फिर दिल्ली से हरियाणा सामान का ट्रांसपोर्ट करने के लिए 25 प्रतिशत किराया बढ़ाया गया है। ट्रांसपोर्टर्स इस बात का फायदा उठाते हुए कई घंटों के जाम का बहाना बनाकर अपना व्यापार कर रहे हैं।

जनता ने राष्ट्रपति को भेजी शिकायत

स्थानीय लोगों का कहना है कि इन परेशानियों की शिकायत देश के राष्ट्रपति को भेजी है। उनकी मांग है कि इस मार्ग को जल्द से जल्द खुलवाया जाए। लोगों का कहना है कि 13 फरवरी, 2024 से ही दिल्ली पुलिस और प्रशासन द्वारा कुंडली बॉर्डर को सील किया गया, क्योंकि हरियाणा और पंजाब के किसानों ने एक बार फिर से किसान आंदोलन करने का ऐलान किया था। इस आंदोलन को लिए किसान दिल्ली चलो का नारा दिया था।

इस कारण पुलिस ने इस बॉर्डर के फ्लाईओवर और सड़कों पर कंक्रीट की दीवारें बनाई थी, जो आज तक बनी हुई हैं। इस रास्ते के बंद होने के कारण दिल्ली और हरियाणा के बीच का सफर मुश्किल भरा साबित हो रहा है।

हरियाणा में बढ़े गए टोल टैक्स

वहीं, हरियाणा में 1 अप्रैल से राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाने के लिए टोल रेट में बढ़ोतरी की गई है। 31 मार्च, 2024 के रात 12 से से ही नया टोल रेट लागू हो था। इस टोल रेट के बढ़ने के कारण बसों का किराया भी बढ़ा दिया गया। इस बढ़ोतरी के कारण 50 हजार वाहन चालकों की जेब पर असर है। इस टोल टैक्स के बढ़ाने को लेकर टोल संघर्ष समिति ने सोहना एसडीएम ऑफिस में प्रदर्शन किया और साथ ही एसडीएम को ज्ञापन भी सौंपा। टोल संघर्ष समिति के सदस्य ने यह आरोप लगाया कि टोल प्लाजा के नजदीक के 22 गांव के लोग परेशान है जिसे राहत दी जाए।

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo
Next Story