Logo
election banner
Gurugram Mouth Freshener Case: गुरुग्राम के एक रेस्तरां में माउथ फ्रेशनर की जगह ड्राई आइस के सेवन से पांच लोगों की तबीयत बिगड़ हो गई थी। यह लापरवाही कैसे हुई, अभी इस सवाल का जवाब सामने नहीं आ पाया है।

Gurugram Mouth Freshener Case Update: दिल्ली से सटे गुरुग्राम के एक रेस्तरां में हाल ही में माउथ फ्रेशनर की जगह ड्राई आइस के सेवन से पांच लोगों की तबीयत बिगड़ गई थी। इस दौरान मुंह से खून आने लगा था। उनमें तीन लोगों की हालत खतरे से बाहर है, लेकिन दो लोगों की हालत अभी भी गंभीर बनी है। उनके परिजन को चिंता है कि कहीं कोई अनहोनी न हो जाए। वहीं, पीड़ित परिवार के एक सदस्य ने बताया कि उनकी पत्नी माउथ बर्न से पीड़ित हैं, उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा चुका है। उन्हें पूरी तरह ठीक होने में अभी समय लगेगा। उन्हें कोल्ड लिक्विड डाइट पर रखा गया है।

महिला वेटर अभी भी फरार

उधर, मामले में पुलिस ने रेस्तरां मैनेजर गगनदीप सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। मैनेजर का कहना है कि इस गलती के लिए वो जिम्मेदार नहीं हैं। हालांकि मैनेजर की इस दलील को कोर्ट ने स्वीकार नहीं किया। उसे 14 दिन की कस्टडी में भेज दिया गया है। अब सवाल उठता है कि मैनेजर के अलावा कौन है, जो इस लापरवाही पर से पर्दा उठा सकता है। 

महिला वेटर करेगी सच्चाई का खुलासा 

पुलिस का कहना है कि जिस वेटर ने ग्राहकों को माउथ फ्रेशनर्स की जगह ड्राई आइस दी थी, वो अभी तक फरार चल रही है। हालांकि प्रथम जांच से पता चला है कि ड्राई आइस गिर गई थी, जिसे उठाकर माउथ फ्रेशनर्स के पास रख दिया गया था। अब वेटर की गिरफ्तारी के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि उसने जानबूझकर ऐसा किया या फिर इसके पीछे की अन्य वजह है। दरअसल, इसके पीछे की वजह यह है कि मैनेजर ने अपने बयान में कहा है कि उनके रेस्तरां को बदनाम करने के लिए यह जानबूझकर किया गया है। हालांकि वो बता नहीं पाया है कि कौन इस रेस्तरां को बदनाम करना चाहता है। ऐसे में फरार वेटर की गिरफ्तारी के बाद ही इस सवाल का जवाब भी मिल जाएगा। 

इन धाराओं पर केस दर्ज 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आरोपी मैनेजर का नाम गगनदीप है, जो कि दिल्ली के कीर्ति नगर का रहने वाला है। तीन महीने पहले ही उसे मैनेजर बनाया गया था। पुलिस ने होटल मैनेजर और महिला वेटर के खिलाफ आईपीसी की 328 (जहर देना) और 120B (आपराधिक गतिविधि) जैसी गैर जमानती धाराओं में केस दर्ज किया था। 

ड्राई आइस को जांच के लिए लैबोरेटरी भेजा गया

पुलिस ने बताया कि जिस महिला ने माउथ फ्रेशनर की जगह ड्राई आइस दिया था। उसका नाम अमृत पाल कौर है। वह अभी भी फरार है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि शनिवार 2 मार्च को कर्मचारियों को ड्राई आइस की आपूर्ति हुई थी, जिसमें से एक पैकेट फर्श पर गिर गया था। इसके बाद इस पैकेट को उठाकर किसी कर्मचारी ने मैन काउंटर पर रख दिया, जहां माउथ फ्रेशनर रखा जाता है। वेटर की गिरफ्तारी के बाद पता चल पाएगा कि यह जानबूझकर हुआ या गलती से। ऐसे में पुलिस वेटर की तलाश में जुटी है। उधर, मानेसर ACP सुरेंद्र सिंह ने मीडिया को बताया कि जो ड्राई आइस ग्राहकों को सर्व की गई थी, उसे जांच के लिए लेबोरेटरी भेज दिया है। 

क्या है पूरा मामला

बता दें कि 2 मार्च को गुरुग्राम के सेक्टर 90 स्थित फॉरेस्ट कैफे और रेस्तरां में खाना खाने के बाद माउथ फ्रेशनर खाने के बाद पांच लोग बीमार हो गए थे। पीडि़तों की शिकायत पर रेस्तरां मालिक और स्टाफ के साथ खेड़कीदौला थाना में केस दर्ज किया गया था। शिकायत ग्रेटर नोएडा के रहने वाले हैं उनका नाम अंकित कुमार है। उन्होंने पुलिस को बताया था कि 2 मार्च रात वह अपनी पत्नी नेहा सभरवाल, अपने दोस्त माणिक गोंडका और उनकी पत्नी प्रितिका रुस्तगी, दीपक अरोड़ा और उनकी पत्नी हिमानी के साथ डिनर के लिए गए थे। खाना खाने के बाद रेस्तरां के एक वेटर ने हमें माउथ फ्रेशनर दिया, फ्रेशनर खाते ही मुंह में जलन होने लगी और खून की पल्टी होने लगी थी।

jindal steel Ad
5379487