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रेलवे ट्रेक पर शुरू हुए किसानों के धरने के दौरान रेलवे ने सात दिन में 926 ट्रेनें कैंसिल की है।जिससे कुलियों के सामने रोटी का संकट खड़ा हो गया है। जिससे कुलियों ने किसानों से ट्रैक खाली करने की मांग की है। जबकि किसान साथियों की रिहाई की मांग पर अड़े हुए हैं।

अंबाला। शंभू रेलवे स्टेशन पर किसानों का धरना सातवें दिन भी जारी रहा। धरने की वजह से अब रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की मुश्किलें लगातार बढ़ रही हैं। किसानों ने साफ कहा कि जब तक सरकार उनके साथियों को रिहा नहीं करती तब तक उनका धरना जारी रहेगा। उधर धरने की वजह से ट्रेनों के लगातार कैंसिल होने से अब कुली भी भूखे मरने की कगार पर पहुंच गए हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से तुरंत किसान आंदोलन को खत्म करने की अपील की है ताकि उन्हें रोजगार मिल सके।

पंजाब की तरफ आने वाली अधिकतर ट्रेने रद

पिछले सात दिनों से चल रहे शंभू रेलवे स्टेशन पर धरने की वजह से अब 926 ट्रेनों को या तो कैंसिल कर दिया गया है या फिर उनका रुट बदले गए हैं। ऐसे में पंजाब की ओर जाने वाली ज्यादातर ट्रेनों को रद्द किया गया है। किसान पिछले सात दिनों से शंभू रेलवे ट्रैक पर बैठे हैं। किसानों का आरोप है कि आश्वासन के बावजूद हरियाणा सरकार की ओर से उनके सहयोगी किसानों को रिहा नहीं किया गया है। इसी वजह से मजबूरन उन्हें रेलवे ट्रैक पर बैठकर धरना देना पड़ रहा है। कुलियों का रोजगार हुआ ठप शंभू रेलवे स्टेशन पर किसानों के धरने की वजह से अंबाला कैंट रेलवे स्टेशन पर काम करने वाले कुली भूखे मरने की कगार पर पहुंच गए हैं।

बेरोजगार हुए कुली

ट्रेनों की आवाजाही कम होने की वजह से अब उन्हें काम नहीं मिल रहा है। पिछले सात दिनों सके ज्यादातर कुली बेरोजगार हो गए हैं। कुलियों का कहना है कि ट्रेनों की संख्या कम होने से अब उन्हें अपना परिवार भी पालना मुश्किल हो गया है। क्योंकि धरने की वजह से ज्यादातर ट्रेनें कैंसिल हो गई हैं। जो ट्रेनें आ रही हैं उनके यात्री भी उनकी सेवाएं नहीं ले रहे हैं। कुलियों ने कहा कि अगर धरना ऐसे ही चलता रहा तो उनका रोजगार पूरी तरह से खत्म् हो जाएगा। ऐसे में उनके परिवार भूखे मर जाएंगे। कुलियों ने केंद्र सरकार से मामले में हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है ताकि उनके आर्थिक संकट को खत्म किया जा सके।

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