जींद में मौसम का असर: तेज हवा के कारण जींद-सफीदो मार्ग पर गिरे पेड़, बादलों का लगा जमावड़ा, बारिश के आसार 

Trees broke and fell in the middle of the road on Jind-Safidon road.
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जींद-सफीदों मार्ग पर सड़क के बीच में टूट कर गिरे पेड़। 
जींद में तेज हवा के कारण जींद-सफीदों मार्ग पर पेड़ टूट कर गिर गए, जिसके चलते रास्ता कुछ समय के लिए बाधित रहा। हालांकि हलकी बूंदाबांदी के कारण मौसम सुहाना बन गया।

Jind: मौसम दिनभर करवट बदलता रहा और दोपहर बाद तक मौसम में बनी उमस व गर्मी ने लोगों को बेहाल रखा। शाम को तेज हवा के हलकी बारिश ने मौसम में बनी उमस से काफी हद तक राहत देने का कार्य दिया, जिससे मौसम सुहाना बन गया। तेज हवा के कारण जींद-सफीदों मार्ग पर पेड़ टूट कर गिर गए, जिसके चलते रास्ता कुछ समय के लिए बाधित रहा। तापमान में एक से दो डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। बावजूद इसके मौसम में बनी उमस तथा गर्मी के कारण दोपहर बाद तक लोग पसीने से तरबतर रहे। बुधवार को अधिकतम तापमान 34 डिग्री तथा न्यूनतम तापमान 27 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान आकाश में बादल छाए रहने तथा बारिश की संभावना है।

हलकी बारिश ने दिलाई उमस तथा गर्मी से राहत, बने रहे बारिश के आसार

बुधवार को दिन का आगाज आकाश में छाए बादलों के साथ हुआ। दिन चढ़ने के साथ मौसम में जबरदस्त उमस बन गई, जिसने लोगों को काफी परेशान किया। दोपहर बाद गहरे बादल भी छाने के बावजूद मौसम में उमस ज्यों की त्यों बनी रही। शाम को मौसम ने तेजी से करवट ली ओर आकाश में बादलों का जमावड़ा लग गया। जिसके साथ हवा की गति भी काफी तेज रही ओर धूल उड़ने के साथ बूंदाबांदी शुरू हो गई। जो बाद में हलकी बारिश में तबदील हो गई। हालांकि बारिश ज्यादा देर तक जारी नहीं रही। बारिश ने गर्मी तथा उमस से कुछ हद तक राहत दी। बादलों का जमावड़ा आकाश में लगने से अच्छी बारिश के आसार भी बने रहे।

तेज हवा के कारण सफीदों रोड पर टूटे पेड़

बारिश के साथ चली तेज हवा के कारण सफीदों रोड पर गांव लोहचब के पास जींद-सफीदों मार्ग पर सफेदे के पेड़ टूट कर गिर गए। घटना के दौरान परिवहन समिति की बस सफीदों रोड से गुजर रही थी। गनीमत यह रही कि बस की स्पीड कम थी। जिसके चलते बड़ा हादसा नहीं हुआ। पेड़ सड़क पर गिर जाने के कारण कुछ समय के लिए रास्ता भी बाधित हुआ। बाद में लोगों ने अपने साधनों से टूटे पेड़ों को हटा कर साइड में कर दिया, जिसके साथ रास्ता भी खुल गया।

अच्छी बारिश की दरकार, कुछ हद तक मिली राहत

प्री मानसून की बारिश के बाद धान रोपाई ने रफ्तार पकड़ी हुई है। मानसून के दस्तक देने के बाद से जिले में अच्छी बारिश नहीं हुई है। आकाश में हर रोज बादल घुमड़ रहे हैं लेकिन अच्छी बारिश नहीं हो रही। किसान आसमान की तरफ टकटकी लगा कर देख रहे है। किसानों का कहना है कि मौसम में बनी उमस का फसलों पर विपरित प्रभाव पड़ता है। अगर अच्छी बारिश हो जाती है तो फसलों को काफी फायदा होगा। शाम को हुई बारिश ने किसानों को भी कुछ हद तक राहत दी है। आकाश में बादलों के छाने से बारिश के आसार बने रहे।

मानसून कमजोर होने के कारण नहीं हुई बारिश

मौसम वैज्ञानिक डॉ. राजेश ने बताया कि मानसून के कमजोर होने के कारण जिले में बारिश नहीं हुई थी। अब फिर से मानसून की सक्रियता बढ़ी है। जिसके चलते बारिश की संभावना बढ़ी है। अगले 24 घंटो के दौरान बादल छाए रहने तथा बारिश की संभावना है। धान रोपाई का अच्छा समय है।

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