Gurugram Fraud: गुरुग्राम के डीएलएफ फेस- 3 में एक व्यक्ति के साथ प्लॉट बेचने के नाम पर 84 लाख रुपये की धोखाधड़ी की गई। बताया जा रहा है कि आरोपियों ने डीएलएफ द्वारा आवंटित किए गए प्लॉट को ईश्वर यादव नाम के व्यक्ति को बेच दिया और साथ ही कब्जा भी दे दिया। मकान बनने के बाद व्यक्ति को कोर्ट से आए नोटिस में यह जानकारी मिली कि आरोपितों ने पहले ही यह प्लॉट किसी दूसरे आदमी को बेच दिया था। फिलहाल, पुलिस में शिकायत के बाद बुधवार को इस मामले में केस दर्ज किया गया है।
ईश्वर यादव ने पुलिस को दी जानकारी में बताया कि उन्होंने दिल्ली के रणजीत नगर निवासी सुदेश खन्ना और उनके बेटे तुषार खन्ना से उसने यह प्लॉट जून 2023 में खरीदा था। तब आरोपियों ने कहा था कि उन्हें यह प्लॉट डीएलएफ द्वारा साल 1991 में अलॉट किया था। इसलिए इसके कागज इनके पास नहीं थे क्योंकि प्लॉट खाली था और किसी के नाम पर म्यूटेशन नहीं था, तो डीएलएफ से दोबारा इसके कागजात तुषार खन्ना के नाम पर कर दिए गए। ईश्वर यादव ने 2023 में प्लॉट खरीदने से पहले डीएलएफ से भी पूछताछ की और इसके बाद उन्होंने 84 लाख रुपये में यह प्लॉट खरीद लिया।
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कोर्ट ने नोटिस जारी कर दी थी जानकारी
अगस्त 2023 में जब ईश्वर ने प्लॉट पर चारदीवारी बना ली थी, तब कोर्ट से उनके नाम पर नोटिस आया। इस नोटिस में कोर्ट ने प्लॉट को 1995 में ही राधा बंसल के नाम पर बेचे जाने की जानकारी दी। इस मामले की शिकायत करने के बाद ईश्वर, सुदेश खन्ना के घर पहुंचे तो पहले से ही वहां पर राधा बसंल और उनके भाई मौजूद थे। यह देखकर उन्हें सारी कहानी समझ आ गई। जब उन्होंने अपने रुपये वापस मांगे तो आरोपितों ने देने से इनकार कर दिया। अब शिकायत के बाद डीएलएफ फेस- 3 थाना पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।