नारनौल में एलपीएस गैस से भरा ट्राला टैंकर पलटा: अनियंत्रित होकर हुआ हादसा, गैस लीकेज होने से 22 घंटे भयभीत रहे लोग

Experts erecting a gas tank with the help of a crane.
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क्रेन की मदद से गैस के टैंक को खड़ा करते विशेषज्ञ।
नारनौल में एलपीजी गैस से भरा ट्राला टैंकर अनिंयत्रित होकर हाइवे पर पलट गया, जिससे गैस लीक होनी शुरू हो गई। गैस लीकेज के कारण लोगों में हड़कंप मच गया।

नारनौल: गुजरात से भरकर सोनीपत के लिए रवाना हुआ एलपीजी गैस का ट्राला टैंकर अमरपुरा गांव के पास हाईवे पर अनियंत्रित होकर पलट गया। जमीन से टक्कर होते ही टैंकर की गैस लीक होनी शुरू हो गई और हवा के साथ नजदीकी पैट्रोल पंप से होती हुई अमरपुरा गांव की तरफ फैलने लगी। सूचना पाकर घटना स्थल पहुंची नांगल चौधरी पुलिस ने तत्परता से वाहनों का रूट डायवर्ट कराया तथा मौके से ज्वलनशील पदार्थों को हटाया। हवा का रूख अमरपुरा गांव तथा नजदीकी पैट्रोल पंप की तरफ होने से रातभर लोगों में भय का माहौल बना रहा। रविवार दोपहर को गैस कंपनी के कर्मचारियों ने टैंकर को खड़ा करके संभावित जानलेवा हादसे की आशंका को खत्म किया।

इंडियन ऑयल कंपनी का था टैंकर

जानकारी अनुसार इंडियन ऑयल कंपनी एलपीजी गैस की 60 फीसदी सप्लाई टैंकरों से करती है। सप्लाई के लिए इंडिया को चार जोनों में विभाजित किया गया है। उत्तरी जोन के सोनीपत की एजेंसी को गैस की सप्लाई पहुंचाने के लिए 30 अक्टूबर को ट्राला टैंकर रवाना किया गया था। करीब 30 फीट लंबे टैंकर के चारों पार्टों में रसोई गैस भरी हुई थी। चालक को शनिवार देर रात एजेंसी में रिपोर्ट दर्ज कराने के निर्देश थे, लेकिन तेज रफ्तार से दौड़ रहा ट्राला टैंकर नेशनल हाईवे 148 बी पर अमरपुरा गांव के पास अनियंत्रित हो गया। हालांकि चालक ने स्थिति को कंट्रोल करने के लिए आपात ब्रेक लगाए। जिस कारण ट्राला डिवाइडर को टक्कर मारते हुए पलट गया।

आगजनी रोकने के लिए किया पानी का छिड़काव

हादसे के दौरान जमीन से टकराने के कारण टैंकर की गैस लीक हो गई और हवा के साथ अमरपुरा गांव की तरफ फैलनी आरंभ हो गई। सूचना मिलते ही नांगल चौधरी थाने के इंचार्ज रतनसिंह यादव दलबल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने तुरंत प्रभाव से थनवास के पास नाका लगाकर वाहनों का रूट डायवर्ट कराया। दमकल केंद्र से संपर्क करके फायर ब्रिगेड मंगवाई और गैस रिसाव पर पानी का छिड़काव शुरू कराया, ताकि आगजनी की संभावनाओं को रोका जा सके। साथ ही उन्होंने राजस्थान व स्थानीय प्वाइंटों से क्रेन मंगवाई और टैंकर को खड़ा करना आरंभ किया, लेकिन टैंकर की लंबाई ज्यादा व क्रेन छोटी होने की वजह से सफलता नहीं मिली।

गैस लीकेज से लोगों की फूली सांसे

गैस रिसाव तेज होने तथा हवा का रूख गांव की तरफ होने के कारण लोगों की सांसे फूल गई। पुलिस प्रशासन ने तीन फायर ब्रिगेड को टैंकर के चारों तरफ तथा तीन दमकल वाहन स्पेयर में रखे गए, ताकि जरूरत पड़ने पर तत्परता से इस्तेमाल हो सके। देर रात करीब 10:30 बजे कंपनी के कर्मचारी और विशेषज्ञों की टीम मौके पर पहुंची व आग को काबू करने के इंतजाम किए। साथ ही उन्होंने बड़ी क्रेन के लिए प्रबंधन कमेटी को अवगत कराया, जो रविवार की दोपहर करीब एक बजे घटना स्थल पर पहुंची। विशेषज्ञों की निगरानी में टैंकर को दो बजे सुरक्षित रूप से खड़ा किया गया तथा लीकेज को दुरुस्त करके सोनीपत के लिए रवानगी की इजाजत दी गई।

टैंकर में 18 टन थी गैस, राजस्थान पुलिस की मदद से किए सुरक्षा इंतजाम

नांगल चौधरी थाना इंचार्ज रतनसिंह यादव ने बताया कि शनिवार शाम को हाईवे पर टैंकर पलट गया था। जिसमें 18 टन एलपीजी गैस भरी हुई थी। पलटते ही टैंकर लीकेज हो गया। राजस्थान पुलिस की मदद से दोनों तरफ के वाहनों का रूट डाइवर्ट किया। कंपनी के विशेषज्ञों की मदद से टैंकर को सकुशल खड़ा करके रवाना किया। हादसे पर अंकुश लगाने के लिए फायर ब्रिगेड वाहनों का प्रबंध किया गया था।

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