Fraud Case: दिल्ली में 30 लाख की ठगी करने वाला गिरफ्तार, नकली गोल्ड बेचकर कारोबारी को लगाया था चूना

Accused arrested for cheating of Rs 30 lakh in Delhi
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दिल्ली में 30 लाख रुपए की ठगी का आरोपी गिरफ्तार।
Delhi Fraud Case: दिल्ली पुलिस ने 30 लाख रुपये की ठगी मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। पूछताछ के दौरान गिरोह के अन्य सदस्यों के नाम का भी खुलासा हुआ है। अब पुलिस उनकी तलाश कर रही है।

Delhi Fraud Case: दिल्ली पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। दिल्ली पुलिस ने 30 लाख रुपये की ठगी मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी के पास से 1 लाख 70 हजार रुपये नकद बरामद की गई है। आरोपी खुदाई से निकला सोना बताकर एक कारोबारी से 30 लाख रुपए ठग लिए थे। फिलहाल पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी हुई है।

20 नवंबर को हुई थी ठगी

गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान 59 वर्षीय मोहन राय के रूप में हुई है। वह उत्तम नगर के संजय एन्क्लेव का रहने वाला है। पुलिस के मुताबिक, पिछले वर्ष 20 नवंबर को पश्चिम विहार के व्यवसायी गौरव सोनी को हार्डवेयर की दुकान के मालिक रमेश शर्मा ने एक महिला से मिलवाया, जिसे उन्होंने मां जबकि दो अन्य लोगों ने खुद को पिता और पुत्र बताया। उन तीनों ने सोनी को बताया कि मथुरा स्थित उनके घर में खुदाई के दौरान सोना निकला है, जिसे वे बेचना चाहते हैं।

अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (दक्षिण-पश्चिम) आकांक्षा यादव ने एक बयान में कहा है कि शुरुआत में जालसाजों ने गौरव सोनी को सोने के दो मोती दिए, जो शुद्धता की जांच में 78 फीसदी सोना निकला। आरोपियों ने गौरव सोनी का भरोसा जीतकर बाद में करीब दो किलोग्राम वजन का गले का हार दिखाया और 80 लाख रुपये में सौदा तय हुआ। गौरव ने हार को असली मानकर 30 लाख रुपये का इंतजाम किया और बाकी के रुपये सोने की शुद्धता की जांच के बाद देने का तय हुआ है।

पूछताछ में गिरोह के अन्य सदस्यों के नाम आए सामन

अधिकारी ने कहा कि सोनी ने सोना ले लिया लेकिन जब उसकी जांच कराई तो यह नकली हार निकला। जब गौरव ने तीनों से संपर्क करने की कोशिश की तो उनका फोन बंद मिला। पुलिस ने 25 दिसंबर को पालम गांव थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू की लेकिन शुरुआती जांच मं पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला। बाद में ये केस एंटी स्नैचिंग सेल को ट्रांसफर कर दिया गया।

एसआई कमल कांत की टीम ने 100 से अधिक मोबाइल नंबरों और आईएमईआई रिकॉर्ड का विश्लेषण किया। आखिरकार 3 मार्च को पुलिस ने मोहन राय को दबोच लिया। पूछताछ के दौरान मोहन राय ने बाबू लाल और लक्ष्मी के साथ मिलकर इस ठगी को अंजाम देने की बात कबूल की। पुलिस अब बाबूलाल और महिला लक्ष्मी की तलाश में जुटी हुई है।

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