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बैलों के गले में बंधे घुंघरूओं  के खन-खन के साथ बैलगाड़ी में दूल्हा निकला। पुराने तरीके से निकले इस बारात को देखकर लोग हैरान हो गए और वीडियो बनाने लगे। 

कुश अग्रवाल - पलारी। विवाह... भारतीय समाज का एक महत्वपूर्ण पर्व। सभी लोग अपने विवाह में कुछ अलग, आकर्षक और नया करने के बारे में सोचते हैं। इसके लिए चाहे जितना भी खर्चा लगे लोग पीछे नहीं हटते। अब भारतीय समाज में पारंपरिक तौर पर विवाह करने के साथ ही आधुनिकता का तड़का भी देखने को मिलता है। सब अलग-अलग रिवाज को फैशनेबल बनाने की तैयारियों में जुटे हुए हैं। ऐसे में छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले के पलारी में अनूठी बारात देखने को मिली। 

दरअसल, पलारी के वार्ड क्रमांक 10 के रहने वाले लक्ष्मण वर्मा, पिता स्व. हेमलाल वर्मा की शादी पलारी के वार्ड क्रमांक 6 में रहने वाली लड़की से तय हुई। विवाह की सभी रस्में ठेठ छत्तीसगढ़ी अंदाज में हुई। इसके बाद दूल्हे लक्ष्मण ने पारंपरिक छत्तीसगढ़ी गड़वा बाजा के साथ सजी-धजी चार बैलगाड़ियों के काफिले के साथ अपनी बारात निकाली। 

बैलगाड़ी में निकाली बारात 

बैलों के गले में बंधे घुंघरूओं  के खन-खन के साथ बैलगाड़ी में दूल्हा निकला। बारात में उसके परिवार, दोस्त, रिश्तेदार, नगर पंचायत पलारी के अध्यक्ष यशवर्धन वर्मा और वार्ड 10 के पार्षद भूषण ठेठावर शामिल रहे। बैलगाड़ी वाली बारात देखकर लोग हैरान रह गए। मंहगी-मंहगी गाड़ियों में जा रहे लोग भी गाड़ी रोककर तकनीकी तामझाम से दूर संजिदगी वाली बारात देखने लगे और वीडियो बनाने लगे।

कुछ अलग करना चाहता था- दूल्हा

बातचीत में दूल्हे लक्ष्मण ने बताया कि, वह अपनी शादी के लिए कुछ अलग करना चाहता था। ये भी सोच रहा था कि, कुछ अलग हो लेकिन ज्यादा तामझाम न हो। फिर सोचा क्यों न पहले की तरह ही बैलगाड़ी से बारात लेकर चलूं। इस तरह मैंने प्लान किया और बैलगाड़ी में बारात लेकर निकला।

 

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