जीवन रक्षक बने ग्रामीण : नदी के बाढ़ में फंस गए थे चार मजदूर, 8 घंटे देर से पहुंची SDRF की टीम

villagers doing rescue
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रस्क्यू करते ग्रामीण
अंबागढ़ चौकी के शिवनाथ नदी में चार मजदुर फंस गए थे। गोताखोरों और एसडीआरएफ के समय पर ना पहुंच पाने की वजह से ग्रामीणों ने उन्हें सुरक्षित निकाला।

एनिशपुरी गोस्वामी- मोहला। छत्तीसगढ़ में पिछले दो दिनों से भारी बारिश हो रही है। अंबागढ़- चौकी के पानी टंकी में एक नल जल योजना के ऑपरेटर और चिल्हाटी के मरारटोला टूटे हुए पुल में सड़क निर्माण एजेंसी के चार वर्कर के फंसे होने की सूचना मिली थी. जिसके बाद तत्काल गोताखोरों को सूचना दी गई. लेकिन गोताखोरों को पहुंचने में 8 घंटे का समय लग गया। जिसके बाद मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला।

उल्लेखनीय है कि, सोमवार रात अंबागढ़ चौकी के शिवनाथ नदी में स्थित उच्च जलागार में एक ऑपरेटर सहित चिल्हाटी के मरारटोला नदी के टूटे हुए पुल में चार लोगों के फंसे होने की जानकारी मिली। जिसके बाद मोहला, मानपुर- अंबागढ़ चौकी के प्रशासनिक अधिकारियों ने राजनांदगांव नगर सैनिकों का विशेष गोताखोर दस्ता एसडीआरएफ की टीम को बचाव कार्य के लिए बुलाया। जिसके बाद कलेक्टर एस जयवर्धन, पुलिस कप्तान वायपी सिंह प्रशासनिक मौके पर मौजूद थे। मंगलवार की सुबह 8 बजे सुचना दी गई।

एसडीआरएफ की टीम ने किया रेस्क्यू

तक़रीबन 8 घंटे के विलंब के बाद दोपहर 3:30 बजे नगर सैनिकों का विशेष दल चिल्हाटी मरारटोला पहुंचा। वहां फंसे हुए लोगों को आम ग्रामीणों ने अपनी जान जोखिम में डालकर रस्से के सहारे दो लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित नदी किनारे लाया गया। दो लोगों के सुरक्षित निकल जाने के बाद रात से भूखे प्यासे चैन माउंटेन के ऊपर बैठकर जैसे-तैसे जान बचाये हुए बैठे थे। ऑपरेटर ने अपने साथी सहित चैन माउंटेन को नदी के प्रवाह के बीच निकालते हुए जान बचाई। राजनांदगांव नगर सैनिकों के सुस्त व्यवस्था को देख ग्रामीणों में काफी नाराजगी देखी गई। मरारटोला से बिना रेस्क्यू किये बैरंग लौटने के बाद भारी दबाव के बीच सोमवार रात से मंगलवार संध्या 4:30 बजे अंबागढ़ चौकी नगर के पानी टंकी में फंसे ऑपरेटर को कुशलता पूर्वक एसडीआरएफ राजनांदगांव की टीम बाहर निकाल पाई।

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