महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव: 21 अप्रैल को आराधना का आयोजन, मुख्यमंत्री साय को किया आमंत्रित

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एक समय सीमा में अपने को बांधकर स्वयं के साथ संवाद एक तरह से हमारी साधना-आराधना की विशिष्ट पद्धति है। इससे मन एकाग्र होता है। अशुभ विचारों का सिलसिला रुकता है।

रायपुर । छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में स्थित श्री जिनकुशल सूरि जैन दादाबाड़ी मंदिर में सकल जैन समाज और महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव समिति के द्वारा 21 अप्रैल को सामूहिक सामायिक आराधना का आयोजन किया जाएगा। यह आयोजन सुबह 8.55 से 9.55 तक रखा गया है। यह धार्मिक आयोजन शुद्ध सामायिक आत्मा को मोक्ष के द्वार तक ले जाने वाला साधन है। जिसमें सभी धर्म प्रेमी बंधु उपस्थित होकर परम्पराओं और कल्प-मर्यादा का सम्मान करते हुए 48 मिनट एक सामायिक लेकर एक साथ एक स्वर में वीर प्रभु की आराधना कर जन्म कल्याणक दिवस को सफल और सार्थक बनाएंगे।

जैन दर्शन में सामायिक का विशेष महत्व

एक समय सीमा में अपने को बांधकर स्वयं के साथ संवाद एक तरह से हमारी साधना-आराधना की विशिष्ट पद्धति है। इससे मन एकाग्र होता है। अशुभ विचारों का सिलसिला रुकता है। आत्मा में स्थिरता आती है। समता के भाव जगते हैं। वृत्तियों-प्रवृत्तियों का शोधन होता है।महावीर जन्मकल्याणक के अवसर पर विभिन्न धार्मिक, सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ सामूहिक सामायिक का लक्ष्य रखते हुए सभी के आत्मकल्याण, आत्म चिंतन की दिशा में एक शुभ पहल की जा रही है। भगवान महावीर जन्मकल्याणक महोत्सव समिति 2024 की भावना है कि हम सभी परम्पराओं और कल्प मर्यादाओं का सम्मान करते हुए 48 मिनट का एक सामायिक कर वीर प्रभु की आराधना सम्वेत स्वर में कर जन्मकल्याणक दिवस को सफल एवं सार्थक बनाएं। केवल आज ही नही सामयिक आपके जीवन का स्थाई हिस्सा बन जाए ।

मुख्यमंत्री को दिया आमंत्रण

इस कार्यक्रम का उदघटन के लिए मुख्यमंत्री विष्णुसाय को आमंत्रण देने समिति के सदस्य मुख्यमंत्री निवास पहुंचे और 21 अप्रैल को भगवान महावीर जन्म कल्याणक महा महोत्सव में आने का निवेदन भी किया।आमंत्रण पत्र देने महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव के अध्यक्ष जितेंद्र गोलछा,महासचिव वीरेंद्र डागा, कोषाध्यक्ष अमित मूणत,कार्यकारी अध्यक्ष अमर बरलोटा के साथ अशोक,संखला, राजेंद्र पारख, अतुल जैन,लोकेश जैन उपस्थित थे। इस आयोजन में सामायिक उपकरण साथ लेकर पुरुष सामायिक की वेशभूषा में महिलाएँ पारंपरिक पूजा के वेश या केसरिया या लाल साड़ी में उपस्थित थी। इस कार्यक्रम के लाभार्थी स्व. इंदिरादेवी जैन के आत्मश्रेयार्थ लाभार्थी जी.सी.जैन, कीर्ति, कमलेश जैन, रत्नेश जैन, लवकुश जैन परिवार पुष्पा देवी भीखम चंद जी कोठारी,,मनोज, कविता, संभव, श्रेया, श्रेजस, सिद्धान्त कोठारी परिवार, आनंदम, कचना वर्ल्ड सिटी, रायपुर वाले है।

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