वनों की अंधाधुंध कटाई : परिक्षेत्र अधिकारी को नहीं है जानकारी, जंगल काटकर बनाया जा रहा है तालाब

Forests are being cut down indiscriminately with the help of big machines
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बड़ी मशीनों की मदद से वनों की हो रही अंधाधुंध कटाई
पखांजुर पश्चिम वन मंडल के वन परिक्षेत्र पश्चिम परलकोट बांदे के तरुणनगर पीव्ही 111 तोकाजबेली के जंगलों में पेड़ों को काटकर तालाब बनाया जा रहा है।

विजय पांडे-कांकेर। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के पखांजुर पश्चिम वन मंडल के वन परिक्षेत्र पश्चिम परलकोट बांदे के तरुणनगर पीव्ही 111 तोकाजबेली के जंगलों में बड़े-बड़े पेड़ों को काटकर तालाब बनाया जा रहा है। तालाब बनाने वाले स्थल पर न तो कोई बोर्ड लगा है और ना ही सही ढंग से काम हो रहा है। काम करने वालों का कहना था कि, अमित तिवारी का काम है। ठेकेदार के स्टाफ ने मीडिया को फोटो भी खींचने नहीं दे रहे हैं। ठेकेदार के स्टाफ से ठेकेदार के बारे में जानकारी चाही गई। परंतु उसकी जानकारी भी किसी ने नहीं दी।

तरूनगर पीव्ही 111 के तोकाजबेली के जंगलो में एक तालाब को बनाने के लिए जेसीबी और चैनमाउंटने मशीन के साथ 15 से 20 ट्रैक्टर लगे थे। एक जॉन डियर मशीन जो मिट्टी को धकेल कर बराबर किया जा रहा था। सैकड़ो पेड़ को काटकर उनके टूट को निकालकर ऐसा बराबर किया गया। जिससे किसी को पता न चल पाएं कि यहाँ पर कोई पेड़ था। पेड़ो को आरा मशीन से काटा गया। यह किसके संरक्षण में हो रहा है, इसकी जानकारी किसी को नहीं है। काम करने वाले तो हमारे संवाददाता को फोटो नहीं खींचने दे रहे थे। इससे तय है कि, कुछ दाल में काला है।

ठेकेदार के लोग नहीं दे रहे जानकारी

हमारे संवादाता ने ठेकेदार के लोगों से बात करते कई वीडियो बना लिया और उनको इसका एहसास तक नहीं हुआ। इस ईलाके में दो तालाब बनाए जा रहे है और दोनो को बनाने के लिए एक दर्जन ट्रैक्टर, जेसीबी व चैन माउंटेन लगे हुए हैं। किस योजना के तहत काम किया जा रहा था, इसकी जानकारी बताने के लिए अधिकारी के साथ ठेकेदार के आदमी बताने से कतराते रहे।

परिक्षेत्र अधिकारी को नहीं है जानकारी

हमारे संवाददाता ने इस ईलाके के परिक्षेत्र अधिकारी राममूर्ति बघेल को बताया कि, वन परिक्षेत्र पश्चिम परलकोट बांदे के तरुणनगर पीव्ही 111 तोकाजबेली के जंगल में दो तालाब बनाए जा रहे है। यह काम किस विभाग के द्वारा करवाया जा रहा है और कार्यस्थल पर किसी भी प्रकार को कोई बोर्ड नहीं लगा है। उनका कहना था कि इसके बारे में हमें कोई जानकारी नहीं है और फोन को काट दिया गया।

वनमंडल अधिकारी बोले- जांच के बाद होगी कार्रवाई

इस पूरे मामले मामले पर वनमंडल पश्चिम भानुप्रतापपुर के वनमंडल अधिकारी हेमचंद्र पहारे से इस विषय पर बात किया तो उन्होने बताया कि, आपके द्वारा जानकारी दी गई है। जिसकी जांच के लिए एसडीओ को भेजा जाएगा। मामले की जांच करवाई जाएगी और जांच के बाद ही सही तस्वीर सामने आएगी।

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