अपने ही विभाग से परेशान आरक्षक का इस्तीफा : आईजी के स्टेनो पर लगाए गंभीर आरोप, इस्तीफे का पत्र सोशल मीडिया पर वायरल

संतोष कश्यप-अम्बिकापुर। छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में पुलिस विभाग से प्रताड़ित हो कर आरक्षक ने एसपी को त्याग पत्र दे दिया है। आरक्षक ने आईजी के स्टेनो पुष्पेंद्र शर्मा पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। आरक्षक का आरोप है कि कई चोरी की शिकायत के बाद भी लुण्ड्रा थाने में FIR दर्ज नहीं होता था। उन्होंने यह भी बताया की कुछ अधिकारी आरोपियों को संरक्षण भी देते थे। बताया जा रहा है कि आईजी एसपी से आरक्षक ने कई बार चोरी के मामले में शिकायत की थी। मामला पूरी तरह से जमीन व घर में चोरी से जुड़ा हुआ है।
मिली जानकारी अनुसार शिकायत के बाद से स्टेनो पुष्पेंद्र शर्मा, आरक्षक अमित रजवाड़े को धमकी देता था। ये बातें भी सामने आ रही है की सरगुजा जिले के लुण्ड्रा थाने के आरक्षक अमित रजवाड़े का स्टेनो पुष्पेंद्र शर्मा ने बलराम पुर जिला रामानुजगंज में ट्रांसफर करा दिया था। आरक्षक के त्यागपत्र के बाद आईजी ऑफिस के कार्यशैली पर गंभीर सवाल भी उठ रहे है।

आरक्षक का त्यागपत्र सोशल मीडिया में हो रहा वायरल
आरक्षक अमित रजवाड़े का त्यागपत्र सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है। सरगुजा जिले में पदस्थ आरक्षक अमित कुमार राजवाड़े ने एसपी को सौंपे गए त्याग पत्र (Resign letter) में बताया है कि उससे जमीन देने के नाम पर 10 लाख रुपए की धोखाधड़ी किया गया था।उसने इस बात की शिकायत 2 अगस्त 2024 को मणिपुर थाने में की थी,पर कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई। जब इसकी शिकायत एसपी और आईजी से की गई तो आरोपियों पर अपराध भी दर्ज नहीं किया गया। इसके बाद उनके घर से 2 लाख रुपए के सोने-चांदी के जेवरात चोरी करवाया गया इसकी रिपोर्ट उन्होंने लखनपुर थाने में दर्ज कराई, पर यहां अपराध दर्ज किया गया, लेकिन वहां पदस्थ प्रधान आरक्षक मनीष तिवारी ने आरोपियों से घूस लेकर उन्हें गिरफ्तार नहीं किया। उन्होंने ये भी बताया कि उनके घर से मोटर पंप चोरी कराया गया, लेकिन इसकी भी FIR दर्ज नहीं की गई। इन सब से प्रताड़ित होकर उन्होंने अपना त्यागपत्र एसपी को स्वीकार करने के लिए आग्रह किया है।