ट्रेन लेट तो प्रोफेसर साब लेट : यहां एकमात्र सरकारी कालेज का बुरा हाल, कभी-कभी ही समय पर पहुंचते हैं कालेज

Satyanarayan Agrawal Government Arts and Commerce College
X
सत्यनारायण अग्रवाल शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय
तिल्दा में एकमात्र कॉलेज के प्रोफेसर्स के अनियमितताओं के कारण स्टूडेंट्स परेशान पढाई प्रभावित हो रही है। जिम्मेदार अधिकारियों को सुध नहीं ।  

दिलीप वर्मा-तिल्दा नेवरा। छत्तीसगढ़ के तिल्दा के सत्यनारायण अग्रवाल शासकीय कला एवं वाणिज्य कॉलेज में प्रोफेसर्स की अनियमितता के कारण स्टूडेंट्स की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। कॉलेज के आधे से अधिक स्टाफ के ट्रेनों से आना-जाना करने के कारण प्रोफेसर घंटों लेट से पहुंचते है। जिसकी वजह से कॉलेज में पढ़ाई नहीं हो पा रही है।

दरअसल सत्यनारायण अग्रवाल शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय कोहका नेवरा जो कि शहर का एकमात्र शासकीय कॉलेज है। जहां पर शहर सहित आसपास गांव से भारी संख्या में स्टूडेंट्स यहां पर पढ़ाई करने आते हैं। लेकिन दुर्भाग्य से यहां पर पदस्थ आधे से अधिक स्टाफ ट्रेनों से आना-जाना करते हैं। जब ट्रेन तिल्दा पहुंचती है, तब ये कॉलेज पहुंचते हैं और ट्रेन के समय से पहले ही निकल जाते हैं। यहां पर रोज की स्थिति बनी हुई है।

क्लास खाली, पढ़ाने वाले नदारद

हरिभूमि संवाददाता जब कॉलेज पहुंचे, तो उन्होंने देखा की पूरे कॉलेज में गिनती के ही टीचर्स मौजूद थे। जबकि आधे से ज्यादा स्टाफ नदारद थे। इसके अलावा कॉलेज के प्राचार्य भी थे जो क्लास में स्टूडेंट्स को पढ़ने गए थे। यहां की कई कक्षाएं खाली थी। वहीं जिन कक्षाओं में स्टूडेंट्स थे लेकिन उन्हें पढ़ाने वाला कोई नहीं था।वहीं कॉलेज के ज्यादातर प्रोफेसर्स ट्रेन से आना जाना करते है। जिसके कारण घंटों देरी से स्टाफ कॉलेज पहुंचते है। प्रोफेसर्स की अनियमितताओं के चलते जिसके चलते यहां पर पढ़ाई पूरी तरह से प्रभावित हो रही है।

जांच करके कार्यवाही की जाएगी

आए दिन यहां पर इस तरह की शिकायतें सामने आ रही है , काफी लंबे अरसे से यह सिलसिला जारी है। प्राचार्य आर डी दीवान ने कहा की कहा कि लेट आने वाले प्रोफेसर्स को नोटिस थमाया जा रहा है। उन्होंने कहा की ट्रेनों से आना-जाना ना कर प्रोफेसर्स को यही रहने के लिए कहा जाएगा। उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों से डॉ. आर प्रसन्ना एवं अपर संचालक डी एस जगत मोबाइल पर संपर्क किया गया। और कॉलेज की स्थिति से अवगत करवाया गया तो अधिकारियों ने जांच कर कार्यवाही का भरोसा दिलाया है।

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo
Next Story