कहानी उत्सव का आयोजन : शिक्षकों को किया गया सम्मानित, प्रयासों से बच्चों की शिक्षा में आ रहा सकारात्मक बदलाव

बेमेतरा। छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले में विकासखंड स्तरीय कहानी उत्सव और शिक्षक सेमिनार सह सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम विकासखंड स्रोत केंद्र बेरला और अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में हुआ। इस अवसर पर शिक्षण में कहानियों के प्रभावी उपयोग के लिए सक्रिय रूप से कार्य कर रहे शिक्षकों को सम्मानित किया गया। यह आयोजन विकासखंड बेरला के स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट इंग्लिश मीडियम स्कूल के ऑडिटोरियम में संपन्न हुआ।
इस दौरान स्रोत केंद्र समन्वयक खोमलाल साहू ने बताया कि, बेरला विकासखंड में कहानी आधारित शिक्षण के माध्यम से 170 से अधिक शिक्षकों ने अपनी कक्षाओं में नियमित रूप से कहानियों और उनसे जुड़ी गतिविधियों का संचालन किया। जिसके कारण बच्चों की समझ,अभिव्यक्ति,गणित,हिंदी और अंग्रेज़ी भाषा में उल्लेखनीय सुधार दर्ज किया है। कार्यक्रम में चयनित 7 शिक्षकों ने अपने अनुभव प्रस्तुत किए।

कहानी आधारित शिक्षण विधियां से बच्चों के सीखने में सकारात्मक परिवर्तन हुआ है - डीईओ डॉ बंजारे
अपने उद्बोधन में डॉ. कमल कपूर बंजारे जिला शिक्षा अधिकारी बेमेतरा ने कहा कि, कहानी आधारित शिक्षण विधियों से बच्चों के सीखने में सकारात्मक परिवर्तन हुआ है। साथ ही बच्चों की रुचि भी बढ़ी है। उन्होंने बीआरसी बेरला खोम लाल साहू के नेतृत्व और शिक्षकों की प्रतिबद्धता की खूब सराहना की। उन्होंने कहा कि इस आयोजन में शिक्षकों ने पूरे मनोबल,संलग्नता और नवाचार के साथ कार्य किया है। जिसका प्रभाव कार्यक्रम में प्रस्तुत शिक्षकों के प्रेज़न्टेशन से स्पष्ट रूप से परिलक्षित हो रहा है। जिला शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थान (DIET) बेमेतरा के प्राचार्य जे के घृतलहरे ने अपनी चिरपरिचित अंदाज में ओज और जोश से भरी हुई पंक्तियों के द्वारा सभी शिक्षक शिक्षिकाओं में ऊर्जा का संचार कर दिया। प्रोत्साहित करने वाली उनकी पंक्तियां पर शिक्षक-शिक्षिकाओं ने खूब तालियां बजाई। उन्होंने कहा कि आप सबको दुगने उत्साह के साथ कार्य करना है। और हमारे बेमेतरा जिला को शिक्षा के क्षेत्र में एक नई ऊंचाई तक पहुंचाना है। उन्होंने कहानी सुनाने की एक सुंदर मिसाल प्रस्तुत करते हुए इस विषय पर विस्तार से चर्चा की कि किस प्रकार शिक्षण में कहानी एक प्रभावी और सशक्त माध्यम हो सकती है।
आयोजन शिक्षकों के उत्साह, नवाचार और शिक्षण के प्रति प्रतिबद्धता का सशक्त प्रतीक रहा
जयप्रकाश करमाकर विकासखंड शिक्षा अधिकारी, बेरला ने भी इस अवसर पर अपने विचार रखे। कार्यक्रम के समापन पर एबीईओ अवधेश उईके ने सभी अतिथियों, प्रतिभागी शिक्षकों और आयोजकों को धन्यवाद ज्ञापित किया। यह आयोजन शिक्षकों के उत्साह, नवाचार और शिक्षण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का सशक्त प्रतीक रहा। कार्यक्रम के सफल संचालन में स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल, सेजेस बेरला की प्राचार्य अर्चना साव, संकुल समन्वयक सुरेन्द्र पटेल, जलेश जांगड़े, कुशल साहू, अजीम प्रेमजी फाउंडेशन बेरला की ओर से विजय, मोनिका और दीप्ति का सराहनीय योगदान रहा है।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर अम्बालिका पटेल, सागरिका यादव, चितरेखा साहू, सावित्री साहू, प्रतिभा साहू, धरम कुमार रजक, प्रदीप परगनिहा, राजनंदनी वैष्णव, वरुण आडिल, हेमलता टिकरिहा, रमा तरार, खोमलाल साहू, कीर्तन साहू, चम्पा साहू, नागेश्वरी मंडावी सहित 100 से भी अधिक शिक्षक-शिक्षिकाएं और इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिला शिक्षा अधिकारी बेमेतरा डॉ कमल कपूर बंजारे, कार्यक्रम के अध्यक्ष के रूप में जिला शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थान डाइट बेमेतरा के प्राचार्य जे के घृतलहरे, विशिष्ट अतिथि के रूप में डीएमसी नरेंद्र वर्मा, डाइट व्याख्याता थलज कुमार साहू और सहायक जिला परियोजना अधिकारी सुनील झा उपस्थित थे।