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अब घर बैठे मोबाइल की मदद से कार्ड बनाए जा सकेंगे, इसके लिए आयुष्मान एप और आधार फेस आरडी एप डाउनलोड करना होगा। एप में आने वाले नियमों का पालन कर कार्ड बनाया जा सकेगा।इस सुविधा के प्रारंभ होने के बाद लाइन लगाकर इंतजार करने के झंझट से मुक्ति मिल जाएगी।
  • आयुष्मान एव आधार फेस आरडी एप करना होगा डाउनलोड
  • झंझट से मिलेगी मुक्ति, 64 लाख हितग्राहियों का बनना है कार्ड

राहुल शर्मा - रायपुर-दुर्ग। सर्वर की समस्या (server problem)और दूसरी पेचदिगियों की वजह से उलझे आयुष्मान कार्ड (Ayushman Card )का मसला सुलझ गया है। कार्ड बनवाने अब च्वाइस सेंटर (Choice Center)या अस्पताल (hospital)पर निर्भरता नहीं रहेगी। केंद्र सरकार ने नया पोर्टल लांच कर कार्ड बनाना आसान कर दिया है। अब घर बैठे मोबाइल की मदद से कार्ड बनाए जा सकेंगे, इसके लिए आयुष्मान एप और आधार फेस आरडी एप डाउनलोड करना होगा। एप में आने वाले नियमों का पालन कर कार्ड बनाया जा सकेगा।इस सुविधा के प्रारंभ होने के बाद लाइन लगाकर इंतजार करने के झंझट से मुक्ति मिल जाएगी। अभी राज्य में करीब 64 लाख हितग्राही आयुष्मान कार्ड से वंचित हैं। आयुष्मान योजना के तहत एपीएल कार्ड धारकों को 50 हजार और बीपीएल कार्डधारकों को पांच लाख रुपए तक उपचार का लाभ मिलता है।

नए पोर्टल में मोबाइल के माध्यम से आयुष्मान कार्ड बनाने की सुविधा दी गई है। पहले आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए अस्पतालों, च्वाइस सेंटर अथवा आयोजित होने वाले शिविर में जाना पड़ता था। अब मोबाइल एप्लीकेशन डाउनलोड करने के बाद आधार कार्ड, राशन कार्ड की मदद से नियमों का पालन कर अपने परिवार का आयुष्मान कार्ड अब आसानी से बनाया जा सकेगा। अफसरों ने बताया कि,सर्वर की समस्या के कारण आ रही दिक्कतों की जानकारी दिल्ली तक पहुंचाई गई थी। जिससे निजात दिलाने दिल्ली के टेक्नीकल एक्सपर्ट की टीम ने वेब पोर्टल लांच कर दिया है। जिससे हितग्राही अब घर बैठे ही परिजनों का कार्ड बना सकेगें।

ऐसे बनेगा आयुष्मान कार्ड

आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए हितग्राही को मोबाइल के प्ले स्टोर में जाकर आयुष्मान एप और आधार फेस आरडी एप डाउनलोड करना पड़ेगा। बेनिफिसरी विकल्प चुनने के बाद मोबाइल नंबर पर ओटीपी आने के बाद इसे डाउनलोड किया जा सकेगा। अपने राशन कार्ड नंबर को पोर्टल में पूछे गए विकल्प पर अंकित करने पर ओटीपी आएगा। ओटीपी नंबर अंकित किए जाने के बाद राशन कार्ड में जितने सदस्य होगे, उसके अनुसार कार्ड बनाए जा सकेंगे। कार्ड बनाने बेनीफिसरी डाट एनएचई डाट गवरमेंट इन नामक पोर्टल तैयार किया है।

पांच साल के बच्चे का आधार बनेंगे परिजन

पूर्व में नवजात बच्चों का भी अंगूठा लिया जाता था, ऐसे में अंगूठा साफ नही आने के कारण कार्ड बनाने से बच्चे वंचित हो जाते थे। अब इसमें बदलाव कर दिया गया है। इस नई पहल की माने तो पांच साल तक के बच्चों का इलाज मां और पिता के कार्ड से होगा। पांच साल से कम उम्र के बच्चे अगर कार्ड बनाने से वंचित हो गए हैं तो उन्हें अब इलाज से अछूता नहीं होना पड़ेगा।

80 फीसदी फेस रीडिंग तो डाउनलोड

अधिकारियों के मुताबिक नियम का पालन करते हुए हितग्राही की आधार फेस आरडी से हालिया तस्वीर भी लेनी होगी। फोटो का मिलान आधार कार्ड से अगर 80 प्रतिशत हो जाता है तो आयुष्मान कार्ड आटो डाउनलोड हो जाएगा। इससे कम प्रतिशत होने पर एप्रूवल की प्रक्रिया पूरी होने तक इंतजार करना होगा। मोबाइल के माध्यम से आयुष्मान कार्ड बनाने के तरीके का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा।

सुविधा मिलेगी

स्टेट नोडल एजेंसी के उप संचालक डॉ. खेमराज सोनवर्न ने कहा कि,मोबाइल के माध्यम से आयुष्मान कार्ड बनाने की सुविधा नए पोर्टल में दी गई है। इसके बाद च्वाइस सेटर, अस्पताल जाने की आवश्यकता नहीं होगी। इस एप्लीकेशन का प्रचार-प्रसार व्यापक तरीके से किया जाएगा।

सराहनीय पहल

दुर्ग के नोडल अधिकारी डॉ. अनिल शुक्ला ने कहा कि, पूर्व में सर्वर की समस्या की लगातार शिकायत दिल्ली तक की गई। जिसके बाद अब कार्ड बनाने दिल्ली से नया पोर्टल जारी किया गया है। इसमे हितवाहिी अपने मोबाइल से ही कार्ड बना सकेंगे। यह हितग्राहियों के लिए सराहनीय प्रयास है।

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