Ranji Trophy: 'मैं तो 12 छक्के मारना चाहता था लेकिन...' लगातार 8 सिक्स मारने वाले आकाश क्यों ऐसा नहीं कर पाए?

आकाश चोपड़ा ने लगातार 8 छक्के लगाने का कारनामा किया है।
Akash Choudhary 8 consecutive six record: आकाश चौधरी ने 14 गेंदों में ही यह पक्का कर दिया कि उनका नाम दिग्गज क्रिकेटरों में शुमार गैरी सोबर्स और रवि शास्त्री की तरह ही लिया जाएगा। भारतीय घरेलू क्रिकेट में मेघालय की तरफ से खेलने वाले ऑलराउंडर आकाश ने सूरत में अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ रणजी ट्रॉफी प्लेट मुकाबले में एक धमाकेदार पारी खेल क्रिकेट इतिहास में अपना नाम दर्ज करा लिया।
वो फर्स्ट क्लास क्रिकेट के इतिहास में गैरी सोबर्स और शास्त्री के बाद एक ओवर में 6 छक्के लगाने वाले सिर्फ़ तीसरे क्रिकेटर बने, लेकिन वो यहीं नहीं रुके। बाएं हाथ के स्पिनर लिमार डाबी के एक ओवर में 36 रन बनाने के बाद, आकाश ने अगली दो गेंदों पर भी छक्के जड़ने का सिलसिला जारी रखा और लगातार 8 छक्के मारने का कारनामा कर डाला।
#WATCH | Surat, Gujarat: Meghalaya's Akash Choudhary became the first cricketer to hit 8 consecutive sixes and register the fastest-ever 50 in First Class cricket, during a Ranji Trophy match against Arunachal Pradesh.
— ANI (@ANI) November 10, 2025
He says, "It was my lucky day that I could play good shots.… pic.twitter.com/tlgtyfealV
आकाश ने 11 गेंद में अर्धशतक ठोका था
ऐसा करते हुए, आकाश ने 11 गेंदों में अर्धशतक जड़ा, जो फर्स्ट क्लास क्रिकेट का सबसे तेज अर्धशतक है। मैच के बाद जब आकाश से ये पूछा गया कि क्या उन्होंने पहले से ही ये मन बना रखा था कि वो गेंदबाजों के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाएंगे।
Akash Kumar Choudhary became the first player ever to hit EIGHT successive sixes in first-class cricket, while his record-breaking fifty came from just 11 balls (previous record 12 - Wayne White, 2012)
— Cricketopia (@CricketopiaCom) November 10, 2025
6 sixes in an over in FC Cricket
Sobers
Shastri
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मेरी कोशिश तो लगातार 12 छक्के मारने की थी: आकाश
आकाश, जो मुख्य रूप से तेज़ गेंदबाज़ हैं, बताते हैं कि उनकी यह तूफानी पारी गेंदबाज़ों को विपक्षी टीम को आउट करने के लिए पर्याप्त ओवर देने की उम्मीद में पारी को तेज़ी से आगे बढ़ाने की कोशिश का नतीजा थी।
आकाश ने कहा, 'ऐसा कुछ नहीं है कि गेंदबाज़ी आसान या मुश्किल हो सकती है लेकिन एक टीम के तौर पर हम अच्छी स्थिति में थे। मेरा काम रन गति बढ़ाना था, इसलिए मैंने पहली 2 गेंदों पर छक्के लगाए। फिर मेरे नॉन-स्ट्राइकर ने कहा कि भैया आप छक्का लगा सकते हैं! उस पल, मैंने सोचा, हां, शायद मैं लगा सकता हूं। भगवान की कृपा से, मैं 6 छक्के लगाने में कामयाब रहा। सातवां छक्का तो स्वाभाविक प्रवृत्ति से आया, जिसकी योजना नहीं थी।'
आकाश ने आगे बताया, 'विकेट अच्छा था। मैं खुद से कहता रहा कि सीधा मारो, तुम बाउंड्री पार कर सकते हो। मैं बस लय के साथ चल रहा था और अपनी टीम के लिए ज़्यादा से ज़्यादा रन बनाने की कोशिश कर रहा था क्योंकि यह हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण मैच था-हमें पूरे सात अंक चाहिए थे। हम उन्हें आउट करने के लिए ज़्यादा ओवर चाहते थे।'
'वाइड यॉर्कर के कारण 12 छक्के नहीं मार पाया'
25 साल के आकाश का इरादा तो लगातार 12 छक्के मारने का था लेकिन गेंदबाज़ ने तीन वाइड यॉर्कर फेंकी, जिससे उतनी ही डॉट बॉल हुईं। उन्होंने कहा, 'मैं 12 छक्के लगाना चाहता था लेकिन गेंदबाज़ ने तीन वाइड यॉर्कर फेंकी और फिर कप्तान ने पारी घोषित कर दी। तो कोई बात नहीं।'
आकाश भारत के तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज और ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या जैसे गेंदबाज़ों को अपना आदर्श मानते हैं। आकाश ने कहा, 'हमारे पास जसप्रीत बुमराह और हार्दिक पांड्या जैसे खिलाड़ी हैं, और ज़ाहिर है, हम मोहम्मद सिराज को नहीं भूल सकते। मैं ख़ुद मुख्य रूप से गेंदबाज़ हूं और अक्सर लंबे स्पैल डालता हूं।'
आकाश ने कहा, 'ज़ाहिर है, मैंने इस साल दलीप ट्रॉफी में खेला और अच्छा प्रदर्शन किया। हर खिलाड़ी पहले आईपीएल में खेलने का सपना देखता है- यह एक शुरुआती पड़ाव है। लेकिन आखिरकार, मेरा मुख्य लक्ष्य भारत के लिए लाल गेंद से क्रिकेट खेलना है।'
