rohit sharma on sydney test pull out: भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के आखिरी सिडनी टेस्ट से खुद को बाहर रखने के फैसले को लेकर बड़ा खुलासा किया। रोहित ने बताया कि यह फैसला उन्होंने टीम की भलाई के लिए लिया था क्योंकि उस समय उनका खुद का फॉर्म बेहद खराब चल रहा था।
Beyond23 क्रिकेट पॉडकास्ट में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क से बातचीत में रोहित ने बताया कि इस फैसले को लेकर उन्होंने हेड कोच गौतम गंभीर और चीफ सेलेक्टर अजीत आगरकर से बात की थी, जहां दोनों की राय अलग-अलग थी।
गिल को खिलाना था ज़रूरी: रोहित
रोहित ने कहा, 'सिडनी टेस्ट से पहले मैंने खुद से ईमानदारी से बात की थी। मैं अच्छी बल्लेबाजी नहीं कर रहा था और जब बाकी खिलाड़ी भी जूझ रहे हों, तो वहां खुद को जोड़ना टीम के लिए और परेशानी पैदा कर सकता था। शुभमन गिल को खिलाना ज़रूरी था, क्योंकि वह पिछला टेस्ट नहीं खेल पाया था।'
उन्होंने आगे कहा, 'कोच और चीफ सेलेक्टर से बात की। वे इस पर पूरी तरह सहमत नहीं थे, थोड़ा तर्क-वितर्क हुआ। लेकिन मैंने सोचा टीम को क्या चाहिए, वही करना चाहिए। हर फैसला सही नहीं बैठता, लेकिन इरादा साफ होना चाहिए–टीम पहले।'
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में रोहित शर्मा का प्रदर्शन बेहद फीका रहा था। उन्होंने 15 पारियों में सिर्फ 164 रन बनाए, औसत रहा महज़ 10.83। इस सीरीज में भारत ने दस साल में पहली बार ट्रॉफी गंवाई। रोहित ने यह भी कहा कि जब से उन्होंने कप्तानी संभाली है, उनका फोकस यही रहा है कि व्यक्तिगत उपलब्धियों के बजाय टीम को आगे रखा जाए।
उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि हर खिलाड़ी ऐसा सोचें- टीम की ज़रूरत पहले, अपने स्कोर बाद में। क्योंकि ये एक टीम गेम है। हर बार कामयाबी नहीं मिलेगी, लेकिन सोच हमेशा टीम की होनी चाहिए।